हार्डवेयर व्यापारी रेमडेसिविर की कालाबाजारी करते हुए धरा,डॉक्टर भी गिरफ्तार
धार।बढ़ते कोरोना संक्रमण और रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग के बीच पुलिस ने पीथमपुर में एक हार्ड वेयर व्यापारी को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए सोमवार रात पकड़ा। जबकि मंगलवार की सुबह उसके साथी डाॅक्टर को भी धर-दबोचा। व्यापारी इसी डाॅक्टर की मिलीभगत से इंजेक्शनों का सौदा कर रहा था। इस संबंध में मुखबिर से धार एसपी आदित्यप्रतापसिंह को सूचना मिली थी कि पीथमपुर का हार्डवेयर व्यापारी रेमडेसिविर इंजेक्शन ब्लैक में बेच रहा है। एसपी के निर्देश पर पीथमपुर सीएसपी टीएस बघेल ने टीआई चंद्रभानसिंह चढ़ार को कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर उसे पकड़ा गया। उसके पास से पुलिस ने दो इंजेक्शन बरामद किए हैं। पूछताछ में उसने बताया कि एक इंजेक्शन को 23 हजार रुपए में बेचने का सौदा किया था। दो की कीमत 46000 रुपए तय की हुई थी। पीथमपुर सीएसपी तरुणेंद्र सिंह बघेल के अनुसार एसपी धार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि पीथमपुर की हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी में चंद्रेश जैन नाम का व्यक्ति रेमडेसिविर इंजेक्शन बेच रहा है। थाना प्रभारी चंद्रभानसिंह चढ़ार व सब इंस्पेक्टर केएस मंडलोई ने देर रात घेराबंदी कर उसको गिरफ्तार किया।
उसका पूरा नाम चंद्रेश पिता ज्ञानचंद्र जैन निवासी हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी पीथमपुर है। वह हार्डवेयर का व्यापारी है। पूछताछ में उसने बताया कि एक इंजेक्शन की 23000 रुपए कीमत के हिसाब से दोनों इंजेक्शन का 46000 रुपए में सौदा तय हुआ था। इस काम में पीथमपुर हाॅस्पिटल नाम से क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर नरेंद्र उर्फ आनंद राज की भी मिलीभगत थी। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। सीएसपी बघेल ने बताया कि दोनों का रिमांड लिया जा रहा है। फिलहाल तो धारा 420, 34, 188 भादंवि तथा 3ध्7 आवश्यक वस्तु अधिनियम व धारा 53, 57 आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 व महामारी अधिनियम 1897 की धारा 3 के अधीन केस दर्ज किया गया है। इन पर आगे रासुका जैसी कार्रवाई भी हो सकती है।