रीवा में जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला, हड़ताल की चेतावनी
रीवा,। एसआइएसएफ जवान आकाश साहू के साथ मारपीट करने वाले जूनियर चिकित्सकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जूनियर डॉक्टर पृथ्वीराज सिंह, डॉ रवि पाटिल, डॉ देवेश गुप्ता, डॉ शिव शक्ति, डॉ रजनीश मिश्रा, डॉक्टर अनिल चैहान, डॉक्टर अजय पाटीदार, डॉक्टर हृदेश दीक्षित और 4 अन्य के खिलाफ अमहिया थाने में एफआइआर दर्ज की गई है।
गुरुवार की देर शाम सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में इलाज कराने आए जवान को बंधक बनाकर मारपीट की गई थी। मामला दर्ज होने के बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी जारी कर दी है। हालांकि इस संबंध में पुलिस कप्तान ने संजय गांधी अस्पताल के डीन डॉ मनोज इंदुलकर सहित अन्य लोगों से बातचीत कर मामले को सुलझाने की बात कही है।
यह था मामला-शहर के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टरों ने एसआइएसएफ जवान की जमकर पिटाई कर दी थी। वह यहां कंपनी कमांडर का अटेंडर बनकर आया था। तबीयत खराब होने पर वह खुद का चेकअप करवाने डॉक्टरों के पास पहुंचा। जवान ने जल्दबाजी दिखाई तो डॉक्टर भड़क गए। उन्होंने अन्य जूनियर डॉक्टरों को बुलाकर उसकी पिटाई कर दी। उसने डायल 100 को कॉल किया तो मोबाइल भी छुड़ा लिया गया था। इसके बाद लात-घूंसों और बेल्ट से उस पर टूट पड़े। यही नहीं, बाद में हड़ताल की भी धमकी दी।
जानकारी के मुताबिक आकाश साहू एसआइएसएफ का जवान है। वह स्टेट औद्योगिक सुरक्षा बल भटलो में पदस्थ है। वह कंपनी कमांडर पीसी निहाल का इलाज कराने श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में गुरुवार दोपहर आया था। यहां वह देर शाम सोचा कि खुद का भी चेकअप करवा लूं। वह प्राइवेट समस्या लेकर जूनियर डॉक्टरों के पास पहुंचा। जहां उसने समस्या चिकित्सकों को बताई। देरी होने पर उसने कंपनी कमांडर के साथ आने का हवाला दिया। इसके बाद अन्य वार्डों में तैनात करीब 12 से 15 डॉक्टरों को बुलाकर मारपीट शुरू कर दी। उसने फोन लगाने की कोशिश की, तो फोन जब्त कर बंधक बना लिए। रात करीब 8 बजे के बाद अन्य वार्डों के लोगों ने डायल 100 और अमहिया पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करवाया। देर रात तक मामले में कार्रवाई हो सकी।
हड़ताल की धमकी-जूनियर डॉक्टरों ने जवान को पीटते समय भी कहा था कि होशियारी करोगे, तो हड़ताल कर देंगे। वहीं, इंदौर में कलेक्टर और चिकित्सकों की बहस के बाद हड़ताल का मामला सामने आ चुका है। ऐसे में रीवा जिला प्रशासन नई मुसीबत नहीं लेना चाहता है। वहीं, पीड़ित का कहना है कि जब डॉक्टर एक पुलिस वाले का पीट सकते हैं, तो आम जनता से कैसा व्यवहार करते होंगे। वह कार्रवाई की मांग पर अड़ा है।पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह मारपीट के मामले को लेकर हुए सख्त एसपी के निर्देश पर अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल ने अस्पताल सहित हॉस्टल में हुई दो अलग अलग मारपीट की घटनाओं में 7 नामजत चिकित्सकों सहित अन्य पर दर्ज किया मामला, पुलिस की इस कार्रवाई से जुड़ा में हड़कम्प मचा हुआ है ।
मारपीट के मामले में अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है मामले की विवेचना की जा रही है।
-शिवा अग्रवाल थाना प्रभारी अमहिया रीवा।