पति ने मांगा तलाक कहा पत्नी जाती थी शादी के पहले के बच्चे को दूध पिलाने
ग्वालियर. । कोविड संक्रमण खत्म होने के बाद कुटुंम न्यायालय में नियमित सुनवाई शुरू हो गई है। नए व पुराने केस सुने जाने लगे हैं। टूटते परिवारों की कहानियां भी देखने को मिलने लगी हैं। एक पति ने अपनी पत्नी से यह कहते हुए तलाक मांगा है कि उसने दूसरे के बच्चे को जन्म दिया है। इसलिए पत्नी को नहीं रख सकता है। वहीं पत्नी ने अपने व बच्चे के लिए भरण पोषण मांगा है। पति भरण पोषण देने के लिए तैयार नहीं है। कोर्ट ने बच्चे का डीएनए टेस्ट कराने का फैसला लिया है। उसका पति जैविक पिता है या नहीं।
6 मार्च वर्ष 2018 में एक सैनिक विवाह बड़े धूमधाम से हुअा था। सैनिक अपनी नौकरी पर बार्डर पर चला गया। पत्नी का बीएड का फार्म भर दिया। उसे कालेज जाने के लिए पति ने स्कूटी दिलाई थी, लेकिन स्कूटी में जितनी पेट्रोल भराते थे, वह खर्च हो जाती है। हर रोज पेट्रोल भरवानी पड़ती थी। स्कूटी के एवरेज को लेकर मिस्त्री को भी दिखाया, लेकिन स्कूटी के एवरेज में कोई दिक्कत नहीं थी। घरवालों को शक हुअा कि यह कालेज नहीं जाती है। सैनिक के स्वजनों ने पीछा किया तो वह दूसरी जगह जाती थी। सैनिक के सामने पूरी कहानी अा गई। शादी से पूर्व के बच्चे को दूध पिलाने जाती थी, जिसके चलते सैनिक का पत्नी से विवाद होने लगा। पत्नी छोड़कर अपने पिता के यहां चली गई। पति ने तलाक का दावा पेश कर दिया कि उसने दूसरे के बच्चे को जन्म दिया है। इस वजह से साथ नहीं रह सकता है। पत्नी ने दावा किया कि यह बच्चा सैनिका का ही है। उसे व उसके बच्चे को भरण पोषण दिलाया जाए। कोर्ट ने बच्चे का डीएन टेस्ट कराने का फैसला लिया है। 13 अगस्त तक डीएनए रिपोर्ट मांगी है। साथ ही उन फोटो की भी जांच फारेंसिक से कराई जाएगी, जो सैनिक ने पेश किए है। यह कार्रवाई सागर की स्थिति लैब में होगी। डीएनए व फारेंसिक खर्च पति को ही वहन करना होगा।
पति शासकीय नौकरी में है 20 हजार रुपये भरण पोषण दिलाया जाए
पत्नी ने भरण पोषण की मांग करते हुए तर्क दिया है कि पति सेना में शासकीय कर्मचारी है, उसे 35 हजार रुपये वेतन के रूप में हाथ में अाते हैं। उसमें 20 हजार रुपये भरण पोषण के रूप में दिलाए जाएं। वर्तमान वह पिता के यहां रह रही है। अाजीविका का दूसरा कोई साधन नहीं है।
– पति ने भरण पोषण का विरोध करते हुए कहा कि एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ा रही है। डांस क्लास भी लेती है। उससे काफी अाय होती है। अपनी अाजीविका के लायक पैसे कमा रही है।