ग्वालियर-चंबल अंचल

हौंसलों से दी कोरोना को मात-सही समय पर इलाज के कारण बुजुर्ग भी ठीक होकर लौट रहे घर


ग्वालियर।कोरोना की दूसरी लहर में वायरस अधिक घातक हो चुका है। बुजुर्गों के साथ 40 से कम उम्र के लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। चैकाने वाली बात है कि जहां कुछ कम उम्र के लोगों की संक्रमण के कारण मौत की खबरें आ रही हैं तो कुछ बुजुर्ग ऐसे हैं, जो इस वायरस को हराकर अस्पतालों से सकुशल घर लौटे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि जिन लोगों की जीवनशैली शुरू से ही बेहतर और अनुशासित रही है और जिन्होंने कोरोना संक्रमण होने के शुरूआती 7 से 8 दिनों में ही ट्रीटमेंट शुरू करा दिया, ऐसे लोगों के ठीक होने का प्रतिशत अधिक है।
एक्सपर्ट… सही समय पर जांच और इलाज फायदेमंद
‘इस बार कोरोना वायरस से युवा और बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी उदाहरण हम देख रहे हैं जिसमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के कुछ बुजुर्ग ठीक भी हुए हैं। इसकी बड़ी वजह ये है कि उन्हें पहले से कोई दूसरी गंभीर बीमारी नहीं थी। दूसरी वजह कोविड पॉजीटिव पता लगने के शुरूआती 7 से 8 दिन में ट्रीटमेंट का शुरू हो जाना भी है। -डॉ.अरुण तिवारी, केडीजे हाॅस्पिटल
2 उदाहरण जगाते हैं उम्मीद
90 साल की शीला ने आठ दिन में कोरोना को हराया
अलीजा बाग में रहने वाली 90 वर्ष की शीला सचदेवा वैक्सीन का पहला डोज लगवा चुकी थीं, लेकिन उसके तीन दिन बाद उन्हें बुखार और सांस लेने में तकलीफ हुई। जांच कराई तो कोविड पॉजीटिव निकली। उन्हें जेएएच के सुपर स्पेशीलिटी हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया। लेकिन 8 दिन बाद ही वे ठीक होकर घर वापस आ गईं।
85 साल के शिवनंदन ने कोरोना से जंग जीती
पटेल नगर में रहने वाले शिवनंदन मिश्रा की आयु 85 वर्ष है। इन्हें कुछ दिन पहले कोविड पॉजीटिव आने पर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। सही समय पर ट्रीटमेंट शुरू हुआ और अब वे घर आकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।

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