टीवी इंडस्ट्री पर लॉकडाउन की मार -सिर्फ 15 दिन में 6.5 करोड़ का घाटा,
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए सरकार ने 31 मई तक लॉकडाउन की घोषणा की है। इस स्थिति में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री भी ठप्प पड़ी है। एंटरटेनमेंट के हब माने जाने वाले मुंबई की अब कई मशहूर शूटिंग लोकेशंस (फिल्मसिटी, भजनलाल स्टूडियो, रामदेव स्टूडियो) पर ताले लटके हैं। कभी जिन लोकेशंस पर दिन-रात शूटिंग हुआ करती थी, वहां अब इक्का-दुक्का लोगों के अलावा कोई नजर नहीं आता। ऐसे में ज्ट इंडस्ट्री को महज 15 दिन करीब 6.5 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।
शूटिंग के लिए मुंबई से बाहर गए निर्माता
दैनिक भास्कर से बातचीत में इंडस्ट्री के जाने-माने एग्जीक्यूटिव प्रोडूसर शुभ उपाध्याय ने बताया, ष्महाराष्ट्र सरकार की गाइडलाइन से सबसे बड़ा नुकसान एंटरटेनमेंट, खासकर टीवी इंडस्ट्री को हुआ है। इंडस्ट्री में हर दिन करीब एक लाख वर्कर्स डेली वेजेस पर काम करते है। स्पॉटमैन से लेकर ड्रेस वाले तक, सेटिंग वाले से लेकर लाइटमैन तक। इनके पास अब कोई काम नहीं है। क्योंकि ज्यादातर शूटिंग मुंबई के बाहर शिफ्ट हो गई है। कोई गोवा गया है तो कोई हैदराबाद तो कोई उत्तर प्रदेश।
जितना बड़ा शो, उतना बड़ा नुकसान शुभ
शुभ आगे बताते है, ष्मायानगरी के नाम से मशहूर मुंबई की बड़ी-बड़ी लोकेशंस पर पिछले साल जैसा हाल हो गया है। इंडस्ट्री के मजदूर फिर से अपने घर लौट रहे हैं। निर्माता भी यहां के लोगों को दूसरे लोकेशन पर नहीं ले जा रहे हैं। वे लोकल वर्कर्स से काम निकलवा रहे हैं। एक बड़ा डेली शो बनता है तो उसका प्रति दिन का प्रोडक्शन कॉस्ट लगभग 3.5-4 लाख रुपए होता है। छोटे से छोटे शो का प्रोडक्शन कॉस्ट हर दिन लगभग एक लाख रुपए होता है। जितना बड़ा शो, उतना बड़ा नुकसान। मेरे हिसाब से सिर्फ 15 दिन में टीवी इंडस्ट्री को तकरीबन 6.5 करोड़ का नुकसान हो चुका है। ऐसे में सरकार को फिर से शूट शुरू करने की अनुमति देनी चाहिए।
निर्माताओं को सेट के कारण भी नुकसान
जिन निर्माताओं ने अपने शो के लिए सेट बनवाए हैं, उन्हें लॉकडाउन से काफी नुक्सान झेलना पड़ रहा है। एक तरफ जहां वे अपने शो चलाने के लिए दूसरे शहरों की लोकेशन पर पैसे लगा रहे हैं। वहीं, मुंबई में पहले से मौजूद सेट का किराया भी देना पड़ रहा है। मुंबई की शूटिंग लोकेशंस का किराया प्रति दिन के हिसाब से लगाया जाता है। यह तकरीबन 25000 रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक होता है।