कानपुर के हैलट में भर्ती मरीज लापता, बेटी बोली- यही बता दो मर गए हैं क्या, प्रबंधन मौन
कानपुर।पापा का इलाज कहां चल रहा है, वह जिंदा भी हैं या नहीं, अगर जिंदा नहीं हैं तो कोई यही बता दे.. आखिर वह हैं कहां? यह सवाल चीत्कार के रूप में हैलट की इमरजेंसी के बाहर जमीन पर बैठी सुनीता राठौर बार-बार पूछ रहीं थीं। यहां न कोई सुनने वाला था न ही कोई बताने वाला।
वह पिछले तीन दिनों से हैलट के वार्ड-वार्ड जाकर पिता को खोजने की कोशिश कर रही हैं। अस्पताल प्रबंधन भी नहीं जानता वह कहां हैं। दरअसल, सुनीता राठौर ने 119 ईडब्ल्यूएस कालोनी, गुजैनी निवासी पिता सोनेलाल (70) को सांस लेने में तकलीफ होने पर 19 अप्रैल को हैलट इमरजेंसी में भर्ती कराया था।
21 अप्रैल को दामाद प्रेम सिंह सुनीता के साथ सामान लेने इमरजेंसी से बाहर गए और थोड़ी देर बाद लौटे तो सोनेलाल बेड पर नहीं थे। न मेडिकल स्टाफ ने उन्हें जाते देखा न ही गार्डों ने। सिर्फ इतना बताया गया कि फ्लू वार्ड में पता लगाओ, तब से दोनों फ्लू वार्ड, न्यूरो भवन, अस्पताल के विभिन्न वार्डों, मेटरनिटी विंग के चक्कर लगा रहे हैं।
परिजनों का आरोप है कि भर्ती होने वाली फाइल में भी पता गलत दर्ज किया गया है। कोविड कमांड सेंटर से भी जानकारी नहीं मिली। उधर, हैलट की कार्यवाहक एसआईसी डॉ. रीता गुप्ता ने बताया कि लिखित शिकायत मिलने पर उनका पता लगाया जाएगा।