विनय साईकिल लेकर पहुॅंचा,ब्याह रचाने
कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की सबसे ज्यादा मौत ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई है. सोशल डिस्टेंसिंग के लिए प्रतापगढ़ के गांव में विनय नाम के शख्स ने अपनी शादी में साइकिल की सवारी की. कोरोना वायरस की मार इनदिनों देश के हर कोने में रहने वाले लोग झेल रहे हैं. इस भयानक वायरस ने शहरों के साथ साथ गांवों को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. कोविड से संक्रमित मरीजों के मरने की वजह शरीर में ऑक्सीजन लेवल कम होना मानी गई है. इसलिए गांव के लोग शहर के लोगों की तरह कोविड के भयानक प्रकोप से बचे रहें इसके लिए यूपी के प्रतापगढ़ जिले के बोझी गांव में रहने वाले विनय कुमार ने एक नई मिसाल पेश की.
दरअसल शुक्रवार को विनय कुमार अपने दोस्तों के साथ अपनी बारात ले कर निकले. उनकी बारात की खास बात ये थी कि दूल्हा समेत सारे बाराती साइकिल पर सवार होकर मास्क लगा कर गए थे. जानकारी के मुताबिक बारात राजगढ़ गांव जानी थी जो बोझी गांव से करीब 10 किमी दूर है. वहीं दूल्हे विनय ने अपनी बारात के लिए साइकिल इसलिए चुनी जिससे वो पर्यावरण में ऑक्सीजन को बचाने के लिए साइकिल से चलने को बढ़ावा दे सकें. विनय कुमार पर्यावरण कार्यकर्ता हैं. इसलिए उन्होंने अपनी ही शादी में लोगों को सीख देने का काम किया.
अपने गांव के हीरो बने विनय कुमार-अपनी शादी में साइकिल से बारात लेकर जाने के फैसले ने विनय को गांव वालों की नजरों में हीरो बना दिया है. सब लोग उनकी इस पहल की सराहना कर रहे हैं. वहीं विनय कुमार ने कहा कि श्मैं एक स्पष्ट संदेश देना चाहता था कि सोशल डिस्टेंसिंग बहुत महत्वपूर्ण है, ये कार या बस में संभव नहीं था, इसलिए हम दुल्हन के घर तक साइकिल से गए. ये कोरोना की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ाई का मेरा तरीका हैश्.
विनय की पहल को लोगों ने सराहा-जानकारी के मुताबिक जब विनय साइकिल पर सवार होकर दुल्हन के घर पहुंचा तो सब लोग उसे और बारातियों को देख हैरान रह गए. लेकिन विनय की मंशा जानने के बाद सब लोगों ने उनकी खूब तारीफ की. वहीं स्थानीय लोगों ने बारातियों के साइकिल पर सवार होने की वीडियो भी बनाई. इस दौरान विनय के परिवार के सदस्यों ने बताया कि महामारी के दौरान अनावश्यक खर्च से बचने और पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए चलते ये निर्णय लिया गया है.