ग्वालियर-चंबल अंचल

भिंड के डॉक्टर हनुमान मंदिर पर पुजारी करेंगे पूजा-अर्चना प्राचीन मंदिरों पर नहीं होगा भंडारा


भिंड।कोरोना संक्रमण की वजह से हनुमान जयंती धूमधाम से मनाए जाने पर रोक लग गई है। हालांकि मंदिर प्रबंधन कमेटी के पांच पुजारी पूजा-अर्चना व अनुष्ठान कर सकेंगे। परंतु मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ दर्शन, पूजा-अर्चना, भंडारा व दंगल और मेला जैसे आयोजन पर पाबंदी लगी है।
भिंड जिले का सबसे ज्यादा प्रसिद्ध धार्मिक स्थल दंदरौआ धाम पर डॉक्टर हनुमान जयंती उत्सव मनेगा। यहां हनुमानजी का श्रृंगार, पूजा-अर्चना व अनुष्ठान में बाहरी श्रद्धालु हिस्सा नहीं ले सकेगा। मंदिर के पुजारी ही पूजा अर्चना करेंगे। हालांकि मंदिर पर दर्शनों के लिए श्रद्धालु को रोक नहीं है। एक बार में एक साथ चार लोगों के दर्शन करने की छूट है, लेकिन भीड़ बढ़ने के साथ ही मंदिर में प्रवेश पर रोक है। इस तरह सख्ती से कोरोना नियमों का पालन मंदिर प्रबंधन को करना होगा।
100 वर्ष पुराना दंगल प्रतियोगिता इस बार भी नहीं-गौरतलब है, दंदरौआ धाम में 100 वर्ष से लगातार हनुमान जयंती पर मेले और दंगल प्रतियोगिता होती आ रही थी, लेकिन प्रशासन द्वारा कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए दंदरौआ धाम मंदिर को भीड़ के साथ श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति नहीं है। इसके अलावा, इस बार भी दंगल प्रतियोगिता नहीं होगी और ना ही भंडारा होगा। सामूहिक कार्यक्रम पर रोक रहेगी। इस दौरान मंदिर परिसर में लगाए जाने वाली दुकानें भी नहीं लगेगी।
रावतपुरा समेत अन्य मंदिरों पर पुजारी ही करेंगे अनुष्ठान-मंगलवार को हनुमान जयंती के अवसर पर भिंड जिले के रावतपुरा सरकार पर हनुमान मंदिर, कांक्क्षी सरकार हनुमान मंदिर समेत शहर के बड़े हनुमान मंदिर, मंशापूर्ण मंदिर, जामुना हनुमान मंदिर, डिडी हनुमान मंदिर आदि अन्य मंदिरों पर श्रद्धालुओं के की भीड़ पर रोक लगाई गई है। यहां मंदिर के पुजारी ही पूजा-अर्चना करेंगे। किसी भी मंदिर पर सामूहिक भंडारा नहीं होगा। वहीं, श्रद्धालुओं द्वारा घर पर ही हनुमान जयंती पर धार्मिक अनुष्ठान कर सकेंगे।

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