बेरिकेड्स नहीं, गेट से बांस बांधकर काम चला रहे अफसर
ग्वालियर।कोविड मरीजों के लिए बेड, इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कमी के बाद अब ग्वालियर में कंटेनमेंट जोन में बेरिकेड्स का संकट भी खड़ा हो गया है। इस कारण कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए अब इंसीडेंट कमांडर्स की टीम बांस का सहारा ले रही है। बुधवार से जिस घर में कोई संक्रमित मिलता है, उसके घर के एक दरवाजे पर बांस बांधा जा रहा है। यदि किसी के यहां एक ही दरवाजा है तो उसके एक हिस्से में बांस बांध दिया जाता है। कुछ इंसीडेंट कमांडर्स ने बताया कि पुलिस बेरिकेड्स की उपलब्धता को लेकर हाथ खड़े कर चुकी है। तब बांस का उपयोग शुरू हुआ है और ये बांस भी क्षेत्रों की चेहली-बल्ली वाली दुकानों से किराए पर लिए जा रहे हैं।
नोटिस चस्पा, बांस बांधा लेकिन निगरानी नहीं-कंटेमेंट जोन बने घर या मोहल्ले-कॉलोनी में मरीजों के घर की ये निगरानी होनी चाहिए कि मरीज बाहर तो नहीं आ-जा रहा है, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है बल्कि इंसीडेंट कमांडर्स और उनकी टीम मरीज के घर नोटिस चस्पा कर व बांस बांधकर चली जाती है। उसके बाद किसी प्रकार से भी वहां सख्ती होती और न निगरानी। इस मामले में एडीएम रिंकेश वैश्य का कहना है कि बेरिकेड्स की कमी नहीं है, लेकिन बांस से गेट बंद करके मरीज के बाहर निकलने की संभावना खत्म हो जाती है। इंसीडेंट कमांडर्स की मीटिंग में इस पर चर्चा कर व्यवस्था सुधारी जाएगी।