होम्योपैथ के भरोसे चला रहे अस्पताल, एक दिन के इलाज का वसूल रहे 50 हजार रुपए
इन्दौर।अस्पतालों द्वारा कोरोना के इलाज के नाम पर मरीजों और उनके परिजन से मनमानी वसूली के मामले कम नहीं हो रहे हैं। प्रशासन द्वारा धारा 144 लगाए जाने के बाद भी इस पर कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। मंगलवार को शिकायत के बाद जांच के लिए संगम नगर क्षेत्र के संगम नगर हॉस्पिटल पहुंची प्रशासन की टीम को वहां अजीब ही नजारा देखने को मिला।
एक मरीज के बेटे ने शिकायत की थी कि इलाज के लिए उनसे रोजाना 50 हजार रुपए लिए जा रहे हैं, मेडिक्लेम होने के बाद भी उन्हें बिल तक नहीं दिया जा रहा है। आईसीयू के रोज 25 हजार और दवाइयों के 20 हजार मांग रहे हैं। अन्य खर्च अलग। किस मद में कितना शुल्क लेने की जानकारी मांगी जा रही है तो वह भी नहीं बता रहे हैं।
उधर, कार्रवाई के दौरान अस्पताल में बीएचएमएस (होम्योपैथ) काम करते नजर आए। अस्पताल प्रबंधन कोई जवाब नहीं दे पाया। अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी प्रदीप राजपूत का कहना है कि तीन दिन से मरीज वेंटिलेटर पर था। बिल डिस्चार्ज के समय देते हैं। डॉक्टर वहीं थे, 15 मिनट में आ गए थे। उधर, सीएचएल अस्पताल में भी जांच के लिए तय दर से दोगुना रुपए वसूले जाने की शिकायत भी आई।
नर्सें भी प्रशिक्षित नहीं, टीम के सवालों के जवाब नहीं दे पाईं-जब टीम जांच के लिए पहुंची तो वहां कोई एमबीबीएस या एमडी डॉक्टर नहीं था। नर्सें भी प्रशिक्षित नहीं थीं। टीम ने उनसे सामान्य सवाल पूछे तो वे उसका भी जवाब नहीं दे पाईं। जब शिकायतकर्ता के मरीज के बिल देखे तो तीन दिन के 75 हजार रुपए लिए गए। इसके अलावा 43 हजार का बिल अलग दिया गया। बिल में आईवी सेट की दो अलग-अलग दरें लिखी थीं। एक बार 206 और एक बार 126 रुपए वसूले गए। ग्लव्स के नाम पर 1200 रुपए लगाए गए। मरीज आईसीयू में था या नहीं, यह भी साफ नहीं हो पाया।
सीएचएल में डी-डाइमर टेस्ट के लिए 500 के बजाय 3100 और सीआरपी के 180 की जगह 690 रुपए वसूल रहे
उधर, सीएचएल अस्पताल में शासन व प्रशासन द्वारा तय दर के बजाय मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं। राज्य शासन ने 5 अप्रैल को आदेश जारी किया था कि कोविड की आरटीपीसीआर जांच के 700 रुपए से ज्यादा नहीं ले सकते, लेकिन यहां 1500 रुपए लिए जा रहे हैं।
प्रशासन को की गई एक शिकायत में एक मरीज को 5 लाख से अधिक का बिल दिया गया। उसमें हर दूसरे दिन कुछ ब्लड की जांचें करवाई गई। इनमें सीआरपी के 690, एबीजी के 1050, डी-डाईमर के 1760 और आईएल-6 के 3150 रुपए के हिसाब से चार्ज किए गए। सरकार और प्रशासन ने एबीजी जांच के 600, डी-डाइमर के 500 रुपए, आईएल-6 के एक हजार और सीआरपी के 180 रुपए की दर तय की है। इस संबंध में सीएचएल प्रबंधन से बात करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।