सगे भाईयो और रिश्तेदारो की गैंग ने की थी महेन्द्र जाटव की हत्या, पुलिस ने पूरी गैंग को दबौचा
शिवपुरी।सगे भाईयो और रिश्तेदारो की गैंग एक युवा किसान का अपहरण करके ले जाना चाहते थे,जिसका विरोध करने पर उसकी हत्या कर दी गई थी।यह बात पुलिस के हत्थे चढी गेंग के गिरफतार करने के बाद सामने आई है। जिले के सिरसौद थाना क्षेत्र में बीती 12 मई को महेन्द्र जाटव की लूट के साथ गोली मारकर चार अज्ञात हथियार धारी बदमाशो ने हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस अंधे कत्ल का मामला सुलझाते हुए, 6 बदमाशो को गिरफ्तार कर लिया।
और बताया कि यह हत्या लूट के प्रयास में नही बल्कि उसके अपहरण के प्रयास में की गई थी।
ज्ञातब्य हो कि बीते 12 मई की रात 8.30 बजे महेंद्र जाटव उम्र 27 साल पुत्र घनश्याम जाटव निवासी ग्राम सेगाड़ा की चार अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी थी। महेंद्र अपने दो भाई धर्मेंद्र जाटव व कमल जाटव के साथ गेंहॅं उपार्जन केंद्र से गांव बापस लौट रहा था। फिरौती के लिए अगवा करने के पहले ही प्रयास में महेंद्र जाटव की हत्या के बाद पुलिस ने बदमाशों की खोजबीन शुरू कर दी थी।
सिरसौद थाना पुलिस ने अरविंद उम्र 27 साल पुत्र वासुदेव रावत निवासी मानिक बसई थाना सिरसौद, सुल्तान रावत उम्र 22 साल पुत्र वासुदेव, ठाकुरलाल रावत उम्र 25 साल निवासी घौंटा विजयपुर जिला श्योपुर, पूरन रावत उम्र 24 साल पुत्र विजय रावत निवासी देवपुर सबलगढ़ जिला मुरैना, धर्मेंद्र यादव उम्र 32 साल पुत्र धारासिंह यादव निवासी रौंदा थाना सिरसौद और संतोष उम्र 30 साल पुत्र उम्मेद यादव टौंका थाना सिरसौद को गिरफ्तार कर लिया।
इन बदमाशों ने अपनी नई गैंग तैयार कर ली थी। पकड़े जाने पर बदमाशों ने लूटपाट की तीन वारदात करना स्वीकार की हैं। इन बदमाशों का छह से सात महीने से आतंक बढ़ गया था। इनके आतंक से कुछ ग्रामीण गांव छोड़कर भी चले गए थे।
गेंग के सभी सदस्य सगे भाई और रिश्तेदार है-दोनों भाइयों के साथ जा रहे महेंद्र जाटव को चार बदमाशों ने 12 मई की रात रोका था। बंदूक की नौक पर नरिया में चलने को कहा। इन चार बदमाशों में दो सगे भाई अरविंद रावत और सुल्तान रावत व इनका जीजा ठाकुरलाल रावत सहित एक रिश्तेदार पूरन रावत शामिल था। जबकि पांचवा बदमाश चचेरा भाई बृजेश रावत बॉस बनकर नरिया में बैठा था। अचानक विरोध करने पर अरविंद रावत ने गोली चला दी, जिसमें महेंद्र की मौत हो गई थी।