पुलिस के सामने, साले ने की फौजी जीजा की चाकू से हत्या, एक पुलिसकर्मी भी घायल
हरियाणा।पति-पत्नी के बीच हुआ झगड़ा व्यक्ति की हत्या तक पहुंच गया। हरियाणा के महेंद्रगढ़ में साले ने पुलिस के सामने अपने जीजा की चाकू से हत्या कर दी। दरअसल, आरोपी की बहन और बहनोई में झगड़ा हो गया था । बहन को लेने ससुराल पहुंचे भाई ने जीजा पर चाकू से हमला कर दिया। कुछ देर बाद ही फौजी जीजा की जान चली गई। इस पूरे घटनाक्रम में एक पुलिसकर्मी भी घायल है।
हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांव झाड़ली में मंगलवार रात्रि को साले ने जीजा की चाकू और तेज धार हथियार से हत्या कर दी। इस दौरान उसने बहन के ससुर और दो देवर पर भी प्रहार किया जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को कनीना के उप-नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां प्राथमिक उपचार देकर घायलों को हायर सेंटर रेफर कर दिया। यह वारदात पुलिस के सामने हुई।
वारदात में एक पुलिस कर्मचारी भी घायल हो गया। घायल को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। सूचना पाकर नागरिक अस्पताल महेंद्रगढ़ में पहुंचे डीएसपी कुशल सिंह ने मामले की जानकारी ली और गंभीरता से जांच करने के आदेश दिए। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और एक महिला सहित सात लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
पुलिस को दी शिकायत में मृतक के पिता शिव कुमार ने बताया कि उसका बेटा संदीप आर्मी में सेवारत है और वह छुट्टी पर आया हुआ था। सोमवार को संदीप एवं उसकी पत्नी मनीषा का झगड़ा हुआ था। मंगलवार को महिला सेल से पुलिस कर्मचारी ने आकर दोनों परिवार के लोगों को समझा दिया था।
रात को लगभग 9रू30 बजे उसके बेटे का ससुर बाबूलाल, साला संदीप, अनूप और 7-8 अन्य गाड़ी से आए। उनके साथ तीन पुलिसकर्मी भी आए थे। बताया जा रहा है कि वो अपनी बेटी मनीषा को लेने आए थे। रात को भेजने से मना करने पर विवाद हो गया। इस दौरान बाबूलाल, संदीप और अनूप व अन्य साथियों ने उसके बेटे संदीप (फौजी) पर चाकू और तेज धार हथियार से हमला कर दिया।
इस दौरान वह स्वयं, छोटा बेटा राहुल और भाई का लड़का पंकज पर भी चाकुओं से वार किया। वारदात में उसके बेटे संदीप की मौत हो गई जबकि वो तीनों घायल हो गए। घायलों को कनीना अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां से उसको प्राथमिक उपचार देकर हायर सेंटर रेफर कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया और आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया।
घायल पुलिस कर्मचारी ने मृतक के परिजनों पर जानलेवा हमला का लगाया आरोप
पुलिस कर्मचारी तपेंद्र ने दी शिकायत में बताया कि वह कनीना में बतौर अनुसंधानकर्ता तैनात है। मंगलवार की शाम को सरकारी गाड़ी में पड़ताल क्षेत्र में मौजूद था। तभी गांव झाड़ली की मनीषा ने कनीना थाने में फोन किया कि उनके ससुराल वालों ने उन्हें कमरे में बंद कर रखा है और मार-पिटाई भी की है।
सूचना पाकर अनुसंधानकर्ता तपेंद्र अपने साथियों सहित झाड़ली पहुंचे। जहां मनीषा का पूरा परिवार हाजिर था। उन्होंने परिवार को समझाने की कोशिश की। उसी समय संदीप, उसका भाई राहुल, शिव कुमार तथा तीन-चार अन्य आदमी मौजूद थे। जिन्होंने उसको (तपेंद्र) घर में बंद कर दिया और उनकी वर्दी फाड़ दी। उनके पास जरूरी कागजात थे वो सारे छीन लिए।
पुलिस मुलाजिमों ने तपेंद्र को कमरे से बाहर निकाला। उन्होंने पुलिस में कहा है कि उसी दौरान राहुल ने अपने हाथ में लिये तेजधार हथियार से सिर पर जानलेवा हमला किया, जान से मारने की धमकी दी। जिससे तपेंद्र घायल हो गया। जब तपेंद्र के साथियों (मुलाजिमों) ने इलाज के लिए तपेंद्र को गाड़ी में ले जाना चाहा तभी उन लोगों ने उनकी गाड़ी को रोकने की कोशिश की और पथराव भी किया। गाड़ी के शीशे भी तोड़ डाले।