मुंबई क्रिकेट टीम का कोच बनने के लिए घरेलू क्रिकेट के तीन दिग्गजों ने किया आवेदन
मुंबई,। घरेलू क्रिकेट के दिग्गज वसीम जाफर, अमोल मजूमदार और पूर्व लेग स्पिनर साईराज बहुतुले ने मुंबई के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन किया है, जो रमेश पोवार के महिला क्रिकेट टीम का कोच बनने के बाद खाली हुआ है। 1983 विश्व कप विजेता भारत टीम के सदस्य भारत के पूर्व तेज गेंदबाज बलविंदर सिंह संधू ने भी इस पद के लिए आवेदन किया है। एमसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आवेदन करने के लिए आखिरी दिन सोमवार को कहा कि कुल नौ उम्मीदवारों ने आवेदन किया है।
इनके अलावा मुंबई के मुख्य कोच पद के लिए जो अन्य लोगों ने आवेदन किया है उनमें पूर्व कीपर-बल्लेबाज सुलक्षणन कुलकर्णी, तेज गेंदबाज प्रदीप सुंदरराम, नंदन फडनीस, उमेश पटवाल और विनोद राघवन शामिल हैं। मुंबई क्रिकेट संघ ने पिछले सप्ताह सीनियर पुरुष टीम के कोच पद के लिए 50 प्रथम श्रेणी मैचों की पात्रता मानदंड के साथ आवेदन मांगे थे।
घरेलू क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी अमोल मजूमदार ।
घरेलू क्रिकेट के दिग्गज वसीम जाफर अमोल मजूमदार और पूर्व लेग स्पिनर साईराज बहुतुले ने मुंबई के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन किया है जो रमेश पोवार के महिला क्रिकेट टीम का कोच बनने के बाद खाली हुआ है।
रणजी ट्रॉफी के सबसे अधिक रन बनाने वाले जाफर ने टीम इंडिया के लिए 31 टेस्ट मैच खेले हैं और इस पद के प्रबल उम्मीदवार हैं। वहीं मुजुमदार मुंबई के पूर्व कप्तान हैं और उनकी कप्तानी में टीम प्रतिष्ठित रणजी ट्रॉफी जीती है। वह एनसीए और आइपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाजी कोच रहे हैं। इसके अलावा जब दक्षिण अफ्रीका ने 2019 में भारत के खिलाफ खेला था, तब वे उनके बल्लेबाजी सलाहकार भी रहे हैं। वह एक प्रसिद्ध कमेंटेटर भी हैं। भारत के लिए दो टेस्ट और आठ एकदिवसीय मैच खेलने वाले बहुतुले ने 188 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं और 630 विकेट झटके हैं। उन्होंने विदर्भ, केरल, बंगाल को कोचिंग दी है और पिछले दो सत्रों से गुजरात के कोच हैं।
वहीं कुलकर्णी जब 2012-13 में रणजी ट्रॉफी जीती थी तब वह मुंबई के कोच थे। उन्होंने विदर्भ और छत्तीसगढ़ को भी कोचिंग दी है। पिछले सीजन में, मुंबई ने शुरू में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए अमित पाग्निस को कोच के रूप में नियुक्त किया था, लेकिन खराब प्रदर्शन के बाद पाग्निस ने पद छोड़ दिया। क्रिकेट निकाय ने भारत के पूर्व ऑफ स्पिनर पोवार को विजय हजारे ट्रॉफी के लिए मुख्य चुना, जिसे टीम ने इस साल की शुरुआत में आराम से जीता था। मुंबई ने रिकॉर्ड 41 बार प्रतिष्ठित रणजी ट्रॉफी जीती है।