व्यापारी के घर हुई लाखों की चोरी में बेटी व उसके करीबी दोस्त शामिल
गोसाईंगंज। गोसाईंगंज के रसूलपुर आशिक अली में बृहस्पतिवार रात व्यापारी मनोज वर्मा के घर हुई लाखों की चोरी का खुलासा करते हुए पुलिस ने उसकी बेटी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, व्यापारी की बेटी अपने परिवारीजनों के व्यवहार से आहत थी। इसी के चलते उसने अपने करीबी दोस्त के साथ मिलकर घर में चोरी की साजिश रची। दोस्त ने अपने दो साथियों की मदद से तेरह लाख नगद व लाखों के जेवर पार कर दिए थे।
डीसीपी डॉ. ख्याती गर्ग के मुताबिक, रसूलपुर अली निवासी मनोज वर्मा पिपरमेन्ट तेल के व्यापार हैं। बृहस्पतिवार रात चोरों ने उनके घर से 13 लाख नगद व तीन लाख के जेवरात पार कर दिए थे। व्यापारी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। शुरूआती पड़ताल में पुलिस को पता चला कि घटना की रात घर में मनोज, उसकी पत्नी और बेटी खुशबू सो रहे थे। माता पिता के गलत व्यवहार से बेटी खुशबू आहत होने के साथ ही अकेलापन महसूस कर रही थी। इसके चलते वह लालशाह का पुरवा निवासी अपने करीबी मित्र विनय यादव के साथ अपना घर लेकर रहना चाहती थी। परिवारीजनों के दुर्व्यवहार और घर में रखी लाखों की नगदी व जेवरात के बारे में उसने अपने मित्र को बताया।
एडीसीपी पूर्णेदु सिंह ने बताया कि उसके दोस्त विनय यादव ने उसके गांव के ही रहने वाले अपने दो साथियों शुभम यादव व रंजीत यादव उर्फ छोला के साथ चोरी की योजना बनाई। योजना में व्यापारी के बेटी खुशबू भी शामिल रही। प्रभारी निरीक्षक अमरनाथ वर्मा के मुताबिक, योजना के तहत विनय ने नींद की गोलियां खुशबू को देकर काढ़े में मिलाकर पिलाने को कहा। योजना के तहत उसने ऐसा ही किया। गोलियों के नशे में मनोज व उसकी पत्नी लगभग बेहोशी की अवस्था मे हो गए। इसके बाद खुशबू ने विनय व उसके साथियों को अंदर बुला लिया। इसके बाद आलमारी खोलकर 13 लाख नगद व करीब तीन के जेवर चोरी करवा दिए। पुलिस ने खुशबू व उसके करीबी दोस्त विनय के साथ ही घटना मे शामिल शुभम यादव को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर 11 लाख 29 हजार रूपये व जेवरात बरामद कर लिए। वहीं घटना में शामिल रंजीत यादव फरार हो गया जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। विनय ने बताया कि बाकी के रुपये उसके पास हैं।
शुरूआती जांच में बेटी की भूमिका संदिग्ध
इंस्पेक्टर अमरनाथ वर्मा ने बताया कि छानबीन के दौरान घर का मुख्य दरवाजा खुला मिला। इसके अलावा जिस आलमारी में नगदी व जेवर थे, उसका ताला भी चोरों ने तोड़ने के बजाय खोलकर माल उड़ाया। इससे पुलिस को घर के ही सदस्यों पर संदेह हुआ। पूछताछ में बेटी खुशबू ने परिवारीजनों के गलत व्यवहार के बारे में बताते हुए चोरी की योजना बनाने से लेकर घटना को अंजाम देने तक की कहानी बताई। पुलिस ने शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे सेगटा मोड़ के पास चेकिंग के दौरान विनय व शुभम को दबोच लिया।