दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर बिजनेस करने वालों पर भड़कीं बड़ी बहन मीतू सिंह, दी यह चेतावनी
नई दिल्ली,। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन को 14 जून को एक साल पूरा हो जाएगा। एक्टर के निधन की पहली बरसी से पहले परिवार ने उनके नाम पर धंधा चमकाने वालों को कड़ी चेतावनी दी है। सुशांत की बड़ी बहन मीतू सिंह ने साफ कहा कि सुशांत के नाम पर फिल्म, किताब या किसी तरह की व्यावसायिक गतिविध की इजाजत परिवार ने नहीं दी है। ऐसे लोगों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बता दें, पिछले साल 14 जून को सुशांत का मृत शरीर उनके बांद्रा स्थित आवास पर मिला था। सुशांत के निधन से ना सिर्फ उनके परिवार और इंडस्ट्री, बल्कि फैंस को भी तगड़ा झटका लगा था। तमाम सेलेब्रिटीज ने इस दुखद घटना पर शोक और परिवार को सांत्वना प्रदान की थी। वहीं, सोशल मीडिया में सुशांत के निधन पर कई दिनों हैशटैग चलते रहे। बाद में देश के अलग-अलग हिस्सों में कई फैन क्लब्स बनने की सूचनाएं आयीं।
एक ओर हां सुशांत का परिवार और फैंस उनके निधन से टूटे हुए थे और उन्हें न्याय दिलाने की जद्दोजहद पिछले एक साल से कर रहे हैं, वहीं कुछ लोगों के लिए सुशांत का निधन एक सुनहरे अवसर के रूप में आया है। एक्टर को श्रद्धांजलि देने के नाम पर कई यू-ट्यूब चैनल खुल गये। ऐसे लोग उनके बारे में कमेंट्स करने लगे, जिनका दूर-दूर तक कोई मतलब नहीं। उनके नाम पर फंड रेज किये जाने लगे। वहीं, एक फिल्म का निर्माण करने की भी ख़बर आयी। यह मामला फिलहाल अदालत में है।
सुशांत की बहन मीतू सिंह ने इन सब बातों का संज्ञान लेते हुए ट्वीट करके ऐसा करने वालों को चेतावनी दी। उन्होंने लिखा- दुर्भाग्यवश, हमारे संज्ञान में यह आया है कि कुछ लोग अपने फायदे के लिए हालात का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो कि अमानवीय कृत्य है। ऐसे सभी लोग ऐसी गतिविधियों से दूर रहें।
हम यह सभी लोगों के ध्यान में लाना चाहेंगे कि सुशांत के नाम में पैसा उगाहने या दान लेने के लिए परिवार ने किसी को अधिकृत नहीं किया है और किसी को एसएसआर के नाम पर फिल्म बनाने, किताब लिखने या व्यवसाय करने की अनुमति नहीं दी है। परिवार को यह बिल्कुल अच्छा नहीं लगता कि एक झकझोरने वाली ट्रेजडी को लाभ कमाने का जरिया बना लिया जाए और हम किसी को ऐसा नहीं करने देंगे।
बता दें, सुशांत डेथ केस में उनकी तत्कालीन गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती मुख्यारोपी हैं। डेथ केस की जांच सीबीआई कर रही है। वहीं, प्रवर्तन निदेशालय और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भी संबंधित मामलों की जांच कर रही है।