कोरबा । नाबालिग को चार दिन से लेकर फरार 32 वर्षीय महिला को पुलिस ने जांजगीर-चांपा जिला स्थित एक मकान से गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि उसने 14 साल के एक बालक का अपहरण कर लगातार उसका दैहिक शोषण करती रही। आरोपित महिला चार दिन से पीड़ित बालक के साथ उसकी नानी के घर छुपी हुई थी।
यह मामला मानिकपुर पुलिस चैकी के अंतर्गत आने वाली एक बस्ती का है। यहां रहने वाले एक किराना व्यापारी का 14 साल का पुत्र अचानक आधी रात को घर से लापता हो गया। परिवार ने काफी खोज-बीन की उसके बाद भी नहीं मिलने पर इसकी शिकायत पुलिस में की। बस्ती में ही रहने वाली 32 साल की एक महिला भी इसी रात से अपने पति व दो बच्चे को छोड़कर लापता थी। पीड़ित परिवार ने बताया कि बालक का उस महिला के घर आना-जाना था। पुलिस ने जांच शुरू की तो महिला के मोबाइल का लोकेशन जांजगीर-चांपा मिला। वह पीड़ित बालक के चांपा स्थित नानी के बंद मकान में पीछे के दरवाजे से चुपके से प्रवेश कर चार दिनों से छिपी हुई थी। जानकारी के आधार पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला को गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित बालक ने पहले तो कुछ भी नहीं बताया क्योंकि महिला ने उसे किसी से कुछ भी नही कहने की चेतावनी दी थी। बाद में डरे सहमे बालक ने बाल कल्याण समिति के समक्ष चांपा में लगातार शोषण किए जाने की जानकारी दी। पुलिस ने बालक को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
पति के घर से 45 हजार लेकर भागी थी-आरोपित महिला के खिलाफ पुलिस ने धारा 363, 5- 6 पाक्सो एक्ट (नाबालिग का अपहरण कर दैहिक शोषण किए जाने का मामला) दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। आरोपित महिला का पति एक शासकीय विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। उसकी 11 साल की एक बेटी और दो साल का बेटा भी है। आरोपित महिला घर से भागते वक्त 45000 रुपये नकद भी अपने साथ लेकर गई थी।