बुरहानपुर। घोटालेबाज एसडीएम की45 दिन तक चली जांच में एडीएम ने प्रारंभिक जांच में विशा माधवानी समेत उनके लिपिक पंकज पाटे बैंक मैनेजर अशोक नागनपुरे बैंककर्मी अनिल पाटीदार होमगार्ड जवान सचिन वर्मा समेत इम्तियाज खान संजय मावस्कर फिराज खान आदि को दोषी पाया नेपानगर पुलिस ने सभी 9 लोगों पर धोखाधड़ी समेत शासकीय राशि का गबन और अपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है बताया जा रहा है कि गुरुवार को बुरहानपुर पुलिस की ओर से कार में महिला पुलिस की टीम झाबुआ पहुंची थी यहां माधवानी को हिरासत में लिया गया पूछताछ के लिए बुरहानपुर लाया गया माधवानी के सरकारी बंगले पर ताला लटका है।
चंदू के खाते में 17.71 लाख कलावती के खाते में आए 24.40 लाख रुपए
जानकारी के अनुसार बोरबंद तालाब योजना रामेश्वर कल्लू के परिवार की जमीन आई थी जमीन के कागजात पर 9 लोगों के नाम से परिवार के दो सदस्यों के नाम पर फर्जी खाता खोलकर फर्जीवाड़ा किया गया है मुआवजे की पहली किस्त फर्जी खाता खोलकर चंदू मांगू के नाम पर 17.71 लाख रुपए 25 जुलाई 2020 को आई 25 जुलाई से 2 अगस्त तक रकम की बंदरबांट चली इसमें होमगार्ड जवान बैंककर्मी नेता आधार कार्ड बनाने वाला कियोस्क संचालक नोटरी और सहकारी समिति ऑपरेटर का नाम सामने आया दूसरा फर्जी खाता कलावती कल्लू के नाम से तुकाईथड के सहकारी बैंक में खोला गया दोनों को 24 जून को पासबुक जारी की गई कलावती के खाते में 15 अगस्त के आसपास 24.40 लाख रुपए आए इसमें से भी अधिकारियों से लेकर कार ड्राइवर बैंक कर्मी और दलालों ने रुपए लिए
ऐसे हुआ 42.11 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा
वही बैंक कर्मियों से एक दलाल ने बात की थी पहले 10 लाख रुपए की मांग की जा रही थी बाद में सौदा 5 लाख रुपए में तय होना बताया गया सहकारी समिति ऑपरेटर ने 89हजार रुपए लिए होमगार्ड जवान ने पहले 50 हजार और बाद में 90हजार रुपए निकाले एक बार 16 लाख रुपए का लेनदेन भी हुआ कियोस्क संचालक ने 90000 रुपए निकाले धारणी के एक व्यापारी को 1 लाख रुपए का भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से किया गया इसी तरह अन्य लोगों के बीच में बंदरबांट कर लाख रुपए का फर्जीवाड़ा किया गया यह रकम 2 खातों से कम ज्यादा कर एक दूसरे को बांटी गई