आखिर क्या ऊर्जा विभाग सुनता नहीं है मंत्री की बात
क्या मंत्री जी ऊर्जा विभाग पर अपनी पकड़ नहीं बना पाए
ग्वालियर. अपने अलग अंदाज के लिए अलग पहचान रखने वाले ऊर्जा मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमर ने फिर लोगों के दिल को छूने की कोशिश की है. मंत्रीीीी महोदय इतना बड़ा हमला होने केेे बाद खुद काम में जुटना पड़ता है इसको क्या कहा जाए,ग्वालियर शहर में लोगों की बिजली समस्याएं सुनने के बाद ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर ट्रांसफॉर्मर पर चढ़कर सफाई करने लगे. ट्रांसफॉर्मर पर लगी झाड़ियां और कचरा साफ करने के बाद मंत्री ने अफसरों को जमकर फटकार लगाई.
ऊर्जा मंत्री ने बिजली गुल होने और कटौती की समस्याओं को दूर करने के लिए बिजली कंपनी के तीनों एमडी को एसी दफ्तरों से निकलकर मैदान में काम करने के निर्देश दिए. मंत्री तोमर ने कहा कि प्रदेश में जहां भी बिजली गुल होने की समस्याएं आएंगी वहां मैं खुद जाकर मैनटेंनेंस करूंगा.
लोगों ने मंत्री को सुनाई समस्याएं
ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर रात तीन बजे भोपाल से ग्वालियर आए. रेलवे स्टेशन से उतरने के बाद मंत्री सीधे लोगों की समस्याएं जानने निकल पड़े. सुबह करीब चार बजे ऊर्जा मंत्री तोमर शिंदे की छावनी, मोतीझील, बहोड़ापुर इलाके में पहुंचे. कई इलाकों में बिजली गुल थी. मंत्री के पहुंचने पर लोगों ने बताया कि रात में कई बार बिजली गुल होने से लोग परेशान हैं. एक तरफ, बिजली गुल होने और बेवक्त की कटौती से गर्मी भरी रात में सोना मुश्किल है, वहीं दूसरी ओर पढ़ाई-प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र भी परेशान हैं.
अधिकारियों को लगाई फटकार
बिजली समस्याओं को दूर कराने मंत्री तोमर मोती झील स्थित बिजली कंपनी के मुख्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने बिजली दफ्तर के सामने लगे ट्रांसफॉर्मर पर झाड़ियां और कचरा लगा देखा. मंत्री ने फौरन बिजली कर्मचारियों से सीढ़ी मंगवाई, हाथों में दस्ताने पहने और फिर ट्रांसफॉर्मर पर चढ़ गए. ऊर्जा मंत्री ने ट्रांसफॉर्मर की झाड़ियां और कचरा साफ किया. खबर लगते ही बिजली कंपनी के अफसर भी मौके पर पहुंच गए. मंत्री ने ट्रांसफॉर्मर की बदहाली और कर्मचारियों की लापरवाही के लिए अफसरों को फटकार लगाई. साथ ही सभी ट्रांसफॉर्मरों की साफ-सफाई और खराब ट्रांसफॉर्मरों को बदलवाने के निर्देश दिए.