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कानपुर में राष्ट्रपति के ट्रैफिक कंट्रोल में फिर चूक, रास्ता भटका वाहनों का काफिला


कानपुर। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द तीन दिन के अपने गृह जनपद कानपुर के दौरे पर हैं। रविवार को अपने गांव में कार्यक्रम के बाद शहर लौट रहा राष्ट्रपति के वाहनों का काफिला रास्ता भटक गया। यहां पर एक बार फिर ट्रैफिट कंट्रोल में चूक हो गई और राष्ट्रपति का वाहन जाम में फंस गया। किसी तरह जब इनके वाहनों को सही मार्ग दिया गया तो फिर वाहनों के बेतरतीब ढंग से चलने के कारण एंबुलेंस जाम में फंस गई।
कानपुर में खराब ट्रैफिक कंट्रोल का कड़वा अनुभव में रविवार को देश के प्रथम पुरुष को भी झेलना पड़ा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के कानपुर देहात के पुखरायां से शहर लौटने पर सिविल एरोड्रम से सर्किट हाउस आते वक्त ट्रैफिक कंट्रोल में बड़ी चूक हुई। यहां पर राष्ट्रपति के वाहनों का काफिला निर्धारित मार्ग सेवन एयरफोर्स हॉस्पिटल से बाईं ओर जाने के स्थान पर बाईं ओर मुड़ गया। जिसके कारण इनके वाहनों का काफिला आगे ट्रैफिक रोके जाने से लगे जाम में फंस गया। इनके वाहनों के काफिला के रूट भटकने का अहसास होते ही पुलिस कर्मियोंने आनन-फानन ट्रैफिक साफ कराकर काफिले को रास्ता देकर किसी तरह से कैंट थाने की ओर से सर्किट हाउस की ओर मोड़ा। इस दौरान वाहनों के जाम में एंबुलेंस भी फंस गई थी।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति की ट्रेन गुजरने के दौरान शुक्रवार शाम को यहां गोविंदपुरी पुल पर रास्ता रोके जाने से जाम में कार फंसने के कारण जान गंवाने वाली महिला उद्यमी वंदना मिश्रा के साथ हुई घटना को पुलिस ने सबक के तौर पर लिया है। पहली बार इस तरह की घटना पर पुलिस ने बेबाकी से स्वीकार किया कि महिला उद्यमी की मौत उनके सिस्टम की नाकामी है। पुलिस कमिश्नर ने माफी मांगी और भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो इसका संकल्प लिया। जब इस घटना की जानकारी राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द और उनकी पत्नी सविता कोविन्द को हुई तो उन्होंने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया।
राष्ट्रपति के काफिले ने दिया एंबुलेंस को रास्तारू कानपुर पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आज जब कानपुर देहात से राष्ट्रपति कानपुर सर्किट हाउस लौट रहे थे तो सर्किट हाउस के गेट पर सामने से आ रही एंबुलेंस को रास्ता दिया गया। इसके कारण काफिले को कुछ क्षण के लिए रोका गया और फिर धीरे धीरे निकलवाया गया। शुक्रवार की घटना से सीख लेते हुए यातायात पुलिसकर्मियों ने सूझ बूझ से काम लिया। इस दौरान सुरक्षाकर्मी अपना कार्य करते रहे जिससे सुरक्षा घेरा मजबूत बना रहा।
राष्ट्रपति के निर्देश पर पहले पुलिस आयुक्त महिला उद्यमी के घर शोक संदेवना जताने गए और बाद में जिलाधिकारी के साथ अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए। उधर मामले में लापरवाही पर एसआइ समेत चार पुलिस कर्मियों को शनिवार को निलंबित कर दिया गया। कोरोना संक्रमित होने के बाद किदवई नगर निवासी वंदना मिश्रा की रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी, लेकिन सेहत लगातार गिरती जा रही थी। शुक्रवार को उनकी तबीयत खराब हुई। पति कार से उन्हें लेकर रीजेंसी अस्पताल ले गए। डाक्टर को दिखाने के बाद घर वापस आ गईं, मगर शाम को अचानक तबीयत फिर बिगडने पर घर वाले उन्हें कार से दोबारा रीजेंसी अस्पताल लेकर जा रहे थे। गोविंदपुरी पुल पर उनकी कार जाम में फंस गई। स्वजन का आरोप है कि पुलिस को बीमारी के बारे में जानकारी दी, लेकिन राष्ट्रपति के आगमन का हवाला देते हुए रोक दिया गया। जाम खुलने के बाद अस्पताल पहुंचे तो डाक्टरों ने वंदना को मृत घोषित कर दिया था।

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