करोड़ों रुपए की लागत से बनी पजल पार्किंग अनुपयोगी साबित
ग्वालियर। नगर निगम और स्मार्ट सिटी ने करोड़ों रुपए खर्च कर शहर के विभिन्न इलाकों में हाईटेक पजल और बहुमंजिला पार्किंग बनाई गई है. लेकिन लोग अपने वाहनों को इन पार्किंग में खड़े न कर सड़कों पर खड़े कर रहे हैं. जिससे शहर में रोज घंटों पर जाम लगा रहता है. नगर निगम ने शहर में जाम के हालातों से बचने के लिए स्मार्ट पार्किंग बनाई है. इनमें ज्यादातर हाईटेक पजल पार्किंग ऐसी है जो नगर निगम ने शुरू कर दी है, लेकिन इनकी देखरेख के लिए नगर निगम का अमला नहीं जाता है.
ग्वालियर शहर की कई सड़कें ऐसी हैं जहां पर अगर आप गुजरेगी तो आपको आधा घंटे से एक घंटे तक जाम का सामना करना पड़ेगा. इसका कारण यह है कि यहां लोग अपने वाहनों को सड़क पर ही पार्क कर देते हैं. शहर की सड़कों पर जाम न लगे इसलिए नगर निगम और स्मार्ट सिटी ने हाईटेक पार्किंग का निर्माण कराया था. लेकिन यह हाईटेक पजल पार्किंग पिछले 3 साल से धूल खा रही है और शहर की सड़कों पर जाम की स्थिति जस की तस बनी हुई है. शहर की सड़कों पर वाहन खड़े न हो और जाम के हालात न बने इसलिए स्मार्ट सिटी और नगर निगम ने 24 पार्किंग का निर्माण कराया. लेकिन 3 साल बाद भी सिर्फ 9 पार्किंग चालू हो चुकी है. यह सभी पार्किंग 3 महीने में ही बनकर तैयार हो गई थी. 24 पार्किंग बनाने का ठेका डैफोडिल कंपनी को दिया गया था लेकिन 1 नवंबर 2018 से अब तक सिर्फ 9 ही जगह पर पार्किंग चालू कर पाया है. इसमें नगर निगम ने ठेकेदार को बाकी बची पार्किंग हैंडओवर नहीं की है. ठेकेदार को हर महीने 8 लाख से अधिक रुपए नगर निगम को देना था, लेकिन ठेकेदार की तरफ से हर महीने सिर्फ 2 लाख रुपए का भुगतान हो रहा है. भले ही ग्वालियर नगर निगम ने शहर में अलग-अलग स्थानों पर 24 हाईटेक पजल पार्किंग का निर्माण करा दिया है, लेकिन शहर में आज भी लोग अपने वाहनों को सड़क किनारे ही पार्क करते हैं. इस कारण शहर के मुख्य मार्गों पर जाम के हालात बने रहते हैं. इनपर न तो निगर निगम और न ही ट्रैफिक विभाग कार्रवाई करता है.