जेठानी और पति ने मिलकर महिला को पिलाया तेजाब हालत गंभीर पति गिरफ्तार
ग्वालियर:- मध्य प्रदेश में उत्पीड़न की हैरान कर देने वाली एक घटना सामने आई है। जिसमें एक महिला को उसके पति और जेठानी के कथित तौर पर तेजाब पीने के लिए मजबूर किया जिसके बीद महिला की हालत गंभीर हो गई. अब उसका इलाज दिल्ली में चल रहा है। महिला को पहले एक पड़ोसी ने ग्वालियर के नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया था। महिला की हालत बिगड़ने पर उसे 18 जुलाई को इलाज के लिए दिल्ली लाया गया।जानकारी के मुताबिक घटना मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के रामगढ़ गांव के डबरा इलाके की है. महिला को उसके पति और भाभी ने 28 जून को कथित तौर पर तेजाब पीने के लिए मजबूर किया था। इस घटना के सामने आने के बाद दिल्ली महिला आयोग (DCW) की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर पुलिस पर “असंवेदनशीलता” के साथ मामले को संभालने का आरोप लगाया। उन्होंने पीड़िता को न्याय दिलाने की भी मांग की।पुलिस की लापरवाहीइस मामले को उजागर करते हुए स्वाति मालीवाल ने कहा, “जब हमने अपने कार्यक्षेत्र से बाहर जाके ग्वालियर की एसिड अटैक सर्वाइवर को न्याय दिलाने के लिए आवाज़ उठाई तब मध्य प्रदेश पुलिस हरकत में आई। वरना लड़की की आवाज़ सुनने वाला कोई नही था। लड़की को जल्द न्याय दो और मामले पर गैर संवेदनशील ढ़ंग से काम करने वाले अधिकारियों पर एक्शन करो!”घटना के पांच दिन बाद पुलिस ने महिला की मां की शिकायत पर महिला के पति व अन्य आरोपियों के खिलाफ दहेज अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है. हालांकि, कथित तौर पर इस मामले में कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई।बचने की नहीं है उम्मीदस्वाति मालीवाल ने बताया, “महिला की खाने की नली, पेट और आंतें जल गई हैं। वह अब न तो पी सकती हैं और न ही कुछ खा सकती हैं। उन्हें बहुत बार खून की उल्टी भी हो रही है।” उन्होंने कहा, मालीवाल ने कहा, “डॉक्टरों को उसके ठीक होने की उम्मीद नहीं है क्योंकि उसकी हालत बहुत खराब है। यह शर्म की बात है कि मध्य प्रदेश पुलिस ने इस तरह की संवेदनहीनता के साथ इतने गंभीर मामले को निपटाया।” महिला को पहले एक पड़ोसी ने ग्वालियर के नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया था। महिला की हालत बिगड़ने पर उसे 18 जुलाई को इलाज के लिए दिल्ली लाया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी पति पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। ज्ञातव्य होगी मध्य प्रदेश की ग्वालियर पुलिस द्वारा इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया था दिल्ली की महिला आयोग के अध्यक्ष मालीवाल द्वारा इस मामले को मुख्यमंत्री के सामने लाने के बाद कार्रवाई की जा सकत है।