नक़ली नोटों का खुलासा, खरीदी गाडियां
जयपुर। नकली नाेट छाप कर शेखावाटी के गिराेह काे सप्लाई करने वाले मास्टर माइंड बृजेश माैर्या ने छह माह में करीब 40 लाख के नकली नाेट छापे, लेकिन पकड़े जाने के डर से कभी नकली नाेट बाजार में सप्लाई नहीं किया। नकली नाेटाें की खेप देकर असली नाेट लेता और इन्हीं नाेटाें से खरीदारी करता। जब भी बाजार में नाेट लेता ताे जांच करता कि कहीं नकली ताे नहीं है।
पूछताछ में आराेपी ने बताया कि लग्जरी गाड़ी खरीदने के लिए उसने करीब 12 लाख के नकली नाेट एक माह में छापकर सप्लाई किए और गिराेह से नकली नाेटाें के बदले असली नाेट लेकर हरियाणा व तमिलनाडु नंबर की गाड़ियां एग्रीमेंट के आधार पर खरीदी। दाेनाें आराेपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने मंगलवार काे जेल भेज दिया।
मास्टर माइंड ग्वालियर निवासी बृजेश माैर्या तथा नाहरगढ़ राेड माेहन नगर निवासी प्रथम शर्मा काे एसओजी ने 13 जुलाई की रात काे गाेनेर राेड स्थित एक विला में दबिश देकर गिरफ्तार किया था।
बृजेश ने यह विला सात माह पहले ही किराए पर लिया था। एसओजी की पूछताछ में आराेपियाें ने कबूल किया कि उनके शेखावाटी इलाके में पांच छह गिराेह से संपर्क था। जिनकाे वे डिमांड के आधार पर नकली नाेट छापकर सप्लाई करते थे। नकली नाेटाें की खेप का ऑर्डर मिलने के बाद बांग्लादेश से नाेट मंगवाने के नाम पर पांच से छह दिन का टाइम लेते थे। इसके बाद रात काे नाेट छापकर सप्लाई कर देते थे।
आराेपी ने सीकर व झुंझुनू इलाके में पांच छह गिराेहाें से जुड़े हाेने का पता चला है। इन गिराेह के नंबर आराेपी के माेबाइल से एसओजी काे मिल गए हैं। एसओजी गिराेह के लाेगाें के बारे में जानकारी कर रही है।
गिरफ्तार आराेपी बृजेश माैर्या ने पूछताछ में तीन चार लाेगाें के नाम बताए हैं, जाे इनकाे नकली नाेट सप्लाई करता था। इन लाेगाें के बारे में पूरी जानकारी ले रहे हैं। पूछताछ में बताया है कि वह नकली नाेट छापता था, लेकिन उसने बाजार में पकड़े जाने के डर से नकली नाेट नहीं चलाए। नकली नाेट की खेप देकर असली नाेट लिए और असली नाेटाें से दाेनाें गाड़ियां एग्रीमेंट के आधार पर खरीदी।
शरत कविराज, डीआईजी एसओजी