एक गांव ऐसा जिसे दामादो के नाम से जाना जाता है
भारत को दुनिया के सबसे अलग देशों में से एक माना जाता है यहां की संस्कृति रहन-सहन विचार सब बाकी देशों से अलग है यहां की शादी भी बहुत रीति-रिवाजों के साथ संपन्न होती है और जहां रिवाज है कि शादी के बाद दुल्हन को अपना घर छोड़कर दूल्हे के घर जाना पड़ता है यह रिवाज सदियों से चला आ रहा हैलेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि हमारे देश में एक ऐसा गांव है जहां बिल्कुल अलग प्रथा है जी हां एक ऐसा गांव जहां शादी होने के बाद दुल्हन दूल्हे के घर नहीं जाती बल्कि दूल्हा दुल्हन के घर पर आकर रहता है लड़की शादी के बाद ससुराल नहीं जाती बल्कि दमाद ही लड़की के घर आकर रहता है।उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में हिंगुलपुर गांव एक ऐसा गांव है जिसे दमादो का पुरवा यानी दमादो के गांव के तौर पर ही जाना जाता है इस गांव में शादी के बाद दूल्हे को घर जमाई बनकर रहना पड़ता है ससुराल वालों की तरफ से दमाद को रोजगार और रोजगार के साधन मुहैया कराए जाते हैं