पुलिस जवान ने मानवता की मिसाल की पेश : दिव्यांगों को पहुंचाया शिविर
जबलपुर,। दिव्यांगता को अभिषाप नहीं, शक्ति बनाने की जरुरत है। यदि सभी लोग मदद को आगे आएं, तो यह संभव भी हो सकता है। जिसका एक उदाहरण उस वक्त देखने मिला जब दिव्यांग शिविर में तेज धूप में दिव्यांगों को जाते देख ट्रेफिक जवान जीतेन्द्र (लकी) दुबे उनकी मदद को आगे आए और दर्जनों को शिविर तक पहुंचाकर मानवता का परिचय दिया।
ट्रैफि क पुलिस में आरक्षक के पद पर पदस्थ जितेंद्र दुबे ने मानवता की मिसाल पेश की। आरक्षक ने ड्यूटी के दौरान कई मानसिक रूप से विकलांगो को एमएलबी स्कूल में लगे मुख्यमंत्री जनकल्याण दिव्यांग शिविर में पहुँचाया। ट्रैफि क पुलिस के आरक्षक से पूछने पर आरक्षक ने बताया कि देखने में बहुत कष्ट हो रहा था कि कैसे लोग गोदी में लिए जा रहे है। तो उनकी मदद करना उचित समझा। 10 से 15 लोगों को शिविर तक पहुँचाया। आरक्षक की ड्यूटी तीन पत्ती से शास्त्री ब्रिज तक ट्रैफि क पेट्रोलिंग में लगी थी। जिसने भी उनके इस कार्य को देखा तो सेल्यूट किए बिना नहीं रह सका।