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33 शिक्षक बर्खास्त, कागज पर अपंग थे:होगी एफआईआर

33 शिक्षक बर्खास्त, कागज पर अपंग थे:होगी एफआईआर

आजाद समाचार संकेत द्वारा*
शिवपुरी। चंबल संभाग के मुरैना जिले से लगी फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट की आग में शिवपुरी के 33 शिक्षकों की टर्मिनेट होने के आसार लग रहे है। दिव्यांगों का हक मारकर शारीरिक रूप से सक्षम कागजो पर शारीरिक अपंग होने का नाटक कर रहे शिक्षा विभाग के 24 कर्मचारी मेडिकल टेस्ट में फैल हो गए। यह सभी 24 शिक्षक पर कागज पर अपंग थे लेकिन मेडिकल बोर्ड ने उन्हें शारीरिक रूप से फिट घोषित कर दिया। इस कारण इन 24 शिक्षकों की बर्खास्त करने की खबर मिल रही है।

इनमें कुछ शिक्षकों के दिव्यांग सर्टिफिकेट फर्जी थे तो कुछ जांच में दिव्यांग नहीं पाए गए। इसके अलावा उच्च माध्यमिक के 6 शिक्षक भी बर्खास्त होंगे। चूंकि इनके खिलाफ जिला स्तर से कार्रवाई नहीं हो सकती इसलिए लोक शिक्षण संचालनालय के स्तर से कार्रवाई होगी।

इससे पहले तीन शिक्षक इसी तरह के मामले में बर्खास्त किए जा चुके हैं। अब तक 27 शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं। यदि उच्च माध्यमिक के छह शिक्षक और वरिष्ठ कार्यालय से बर्खास्त होते हैं। तो कुल 33 शिक्षक बर्खास्त हो जाएंगे। इनके अलावा 6 दिव्यांग शिक्षक ऐसे हैं, जिनकी बैरा रिपोर्ट यानी कानों की जांच की रिपोर्ट मेडिकल बोर्ड से आना शेष है।

दिव्यांग कोटे से 117 शिक्षकों की हुई थी नियुक्ति
साल 2021 से साल 2023 के बीच 117 शिक्षकों की नियुक्ति हुई। इसमें 17 शिक्षकों ने नियुक्ति मिलने के बाद भी ज्वाइन नहीं किया। 100 शिक्षकों ने ज्वाइन किया। दिव्यांग सर्टिफिकेट घोटाला सामने आने के बाद इनमें से 17 शिक्षकों ने अन्य जिलों में अपना तबादला करा लिया। 24 नवंबर 2021 को एक शिक्षक ने नौकरी छोड़ दी और अगस्त 2022 में एक शिक्षक त्यागपत्र देकर चला गया। इस तरह दो शिक्षक और कम हो गए। इस तरह 81 शिक्षकों को मेडिकल बोर्ड ने परीक्षण के लिए बुलाया था।

जांच में 38 शिक्षको की दिव्यांगता सही पाई गई
इनमें से 4 शिक्षक अनुपस्थित रहे थे और 78 शिक्षकों का परीक्षण हुआ। इनमें 38 शिक्षकों की दिव्यांगता सही पाई गई। 15 शिक्षक दिव्यांगता में फेल हो गए। 12 शिक्षकों के दिव्यांगता का प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इनके अलावा छह शिक्षक उच्च माध्यमिक के भी अपात्र पाए गए हैं। चूंकि इनके खिलाफ कार्रवाई जिला स्तर पर नहीं हो सकती इसलिए कार्रवाई के लिए फाइल वरिष्ठ कार्यालय को भेजी गई है।
छह शिक्षकों की बैरा जांच यानी कानों की जांच की रिपोर्ट मेडिकल बोर्ड से आनी बाकी है।

पूर्व में यह तीन शिक्षक हो चुके हैं निलंबित

  1. अनुराग सिंह राजावत, जीएम एस कलौथरा, एमएच 2. बीरबल सिंह रावत, जीपीएस ठगोसा, एलएच 3. प्रदीप तिवारी, जीपीएस, लालगढ, एमएच

6 शिक्षकों पर अभी और होगी कार्रवाई
दिव्यांगता परीक्षण मामले में 24 शिक्षकों की नियुक्ति मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद निरस्त कर दी है। इससे पहले तीन शिक्षकों की नियुक्ति भी निरस्त की जा चुकी है। इस तरह कुल 27 शिक्षकों की नियुक्त निरस्त की जा चुकी है। इनके अलावा 6 शिक्षकों की नियुक्ति निरस्त करने के प्रस्ताव कार्रवाई के लिए वरिष्ठ कार्यालय भेजे हैं, क्योंकि इनके खिलाफ जिला स्तर पर कार्रवाई के अधिकार नहीं हैं। इसके अलावा 6 शिक्षकों की रिपोर्ट बैरा जांच के लिए लंबित है।- समर सिंह राठौर, जिला शिक्षा अधिकारी, शिवपुरी ।
इन शिक्षकों की नियुक्तियां हुई निरस्त
धर्मेंद्र सिंह शामावि चमरुआ,सूरज गौर शा हाईस्कूल पडौरा,राधेश्याम गुर्जर शा हाईस्कूल सड,राहुल रावत जीपीएस भरा,रमाकांत चतुर्वेदी जीपीएस कैमई,अवधेश धाकड़ जीपीएस लांगलपुर,अमित शर्मा जीपीएस खिरिया जागीर,आरती नरवरिया जीएमएस फतेहपुर,महेंद्र सिंह पवैया जीपीएस रामपुरा गौरा,मयंक शर्मा जीपीएस चिटौरीकला,प्रियंका रावत जीएचएस सालोदा,घनश्याम शर्मा जीपीएस सेवाखेडी,रामलखन चतुर्वेदी जीपीएस केमई, गिर्राज शाक्य जीपीएस गर्ल्स लुकवासा,अशोक मीणा जीपीएस आमखेड़ा शत्रुघ्न शर्मा जीएचएस बसई,मनोज गौर जीएचएस ऐरावनी, अनाराज रावत जीएचएस भटनावर,धर्म सिंह रावत जीएमएस फुलीपुरा,रविंद्र कुमार जीपीएस दिहायला, उदय सिंह रावत
जीएचएस सालोदा, माला वर्मा जीएमएस बक्सपुर और मनोरमा शर्मा जीएचएस बामौर डामरोन

वही निर्देश के बाद भी जब एक दिव्यांग शिक्षक सुरेंद्र पाल शर्मा आईपीएस सेसई एचएच मेडिकल बोर्ड में उपस्थित नहीं हुआ तो विभाग ने कर दिया निलंबित कर

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