खाद की कालाबाजारी से किसान परेशान व्यापारी ,अधिकारी मस्त ।
खाद की कालाबाजारी प्रशासन के अधिकारियों ने छह महीने में एक भी दुकानदार पर नहीं की कार्रवाई
,प्राइवेट दुकानदार किसानों से यूरिया पर 83 व डीएपी की बोरी पर 300 रुपए ज्यादा वसूल रहे
करैरा । आजाद समाचार । जिले में एक तरफ सरकारी अमला विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगा है तो वहीं किसान रबी सीजन की बोवनी के लिए खाद खरीदने को भटक रहा है बारिश ने जहां किसानों को खरीफ सीजन में काफी नुकसान पहुंचाया है, ऐसे में अब किसानों का कहना है कि रबी सीजन की बोवनी पिछड़ न जाए इसलिए मजबूरन महंगे दामों पर प्राइवेट दुकानों से डीएपी और यूरिया खाद खरीदना पड़ रही है।
कहने को सरकार ने किसानों को उचित दाम पर खाद मिले इसके लिए रेट निर्धारित कर रखे हैं, लेकिन खाद की कालाबाजारी पर जिला प्रशासन व विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। हैरान करने वाली बात है कि किसानों से प्राइवेट दुकानदार मनमाने दाम वसूल रहे हैं, लेकिन कृषि विभाग के जिम्मेदार अफसरों ने पिछले छह महीने में एक भी दुकानदार के यहां भंडारण को लेकर न तो चेकिंग की और न ही मनमाने दामों पर खाद बेचने को लेकर कोई कार्रवाई की गई। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दिनारा में 20 थोक विक्रेता व फुटकर विक्रेता 11 रजिस्टर्ड हैं, जो खाद व कीटनाशक है । बेचते हैं ।
इसी प्रकार सिरसौद, अमोल, एवं करैरा मैं दुकानदार भोले भाले किसानों को लूट रहे हैं दिनदहाड़े । हमारे संवाददाता ने जब कृषि विभाग उपसंचालक शिवपुरी एवं कृषि विस्तार अधिकारी करेरा से इस संदर्भ में चर्चा की तो उन्होंने बताया की कृषि मंडी प्रांगण से किसने की सुविधा हेतु पर्ची रसीद कट रही है इसके बाद में सरकारी रेट पर सरकारी गोदाम से खाद किसानों को वितरित हो रहा है उचित दाम पर बाजार में कौन लूट रहा है किसान जब लिखित में शिकायत करें तो हम निश्चित रूप से कार्रवाई करेंगे ।