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शिक्षा बिभाग बना दलाली का अड्डा —–
💫 सिक्कों की खनक के आगे बी ओ और संकुल प्राचार्य कर रहे है नियम बिरुद्ध अटैचमेंट।
💫 शिक्षक बिहीन शालाओ मे शिक्षक बिना पसरा मातम और बी ओ कर रहे शिक्षकों की मनचाही शालाओं में अटैचमेंट।
💫 अतिथि शिक्षक भर्ती और कंटजेंसी राशि घोटाले की जांचो का पुलंदा टेबलो पर खा रहा है धूल दोषी आज कर रहे हे अटैचमेंट कर उगाही आमजन में भारी चर्चित हो रहा है मामला जिम्मेदारो की आज भी चुप्पी।
💫 *सभी बी ओ कार्यालयों मे स्कूलों से अबैध बसूली कराने के लिए अटैच कर रखे हे बिख्यात ।

शिवपुरी। आजाद समाचार । शिवपुरी मे शिक्षा बिभाग मे जो हालत है वह किसी से छुपे नही है सरकारी शिक्षक शिक्षण कार्य को छोड़कर सिर्फ नेताओ की चाटुकारिता और अबैध बसूली मे लिप्त है ऐसा हम नही कह रहे शिवपुरी जिले की तहसीलो मे बी ओ और संकुल प्रचार्यो के द्वारा किये जा रहे नियम बिरुद्ध मनचाही शालाओ मे अटैचमेंट के बदले की जाने वाली दस से बीस हजार की उगाही बेहद चर्चाओ मे बनी हुई है लेकिन तारीफ की बात है की जिला शिक्षा अधिकारी को इस सबकी जानकारी होने के बाद भी कोई कारवाही न करना इनकी संलिप्त्ता को उजागर करता है ऐसा लोग कहते नजर आ रहे है।
00 शिक्षा बिभाग मे जिला शिक्षा अधिकारी शिवपुरी ने दिनांक 06.01.2022 को पत्र जारी कर किये थे अटैचमेंट बंद लेकिन बी ओ और संकुल प्रभारियों ने सिक्कों की खनक के आगे व्यस्था के नाम पर कर दिया अटैचमेंट को पुनः जीबित।
हम बात करे शिक्षा बिभाग मे अटैचमेंट की प्रथा की तो जैसा की सुनने मे आता है की जिला शिक्षा अधिकारी ने दिनांक 06.01.2022 को पत्र क्रमाक्/स्था./व्यस्था/2021-22/614 के माध्यम से जिले भर मे सभी अटैचमेंट बंद कर रोक लगा दी थी तब से आज तक ऐसा कोई पत्र जारी नही हुआ जहा तक संज्ञान मे है की अटैचमेंट पुनः चालु किये गये हो लेकिन अभी बर्तमान मे प्रायः देखने और सुनने मे आ रहा है की बी ओ कार्यालयों द्वारा व्यस्था के नाम पर कुछ शिक्षकों को उनकी मनपसंद जगह अटैच किया जा रहा है और इसके एब्ज मे जैसा की खबरनबीशो द्वारा सुनने मे आ रहा है कि 10000 से 20000 रुपय तक लिए जा रहे है और एक पत्र दे दिया जा रहा है जिसमे व्यस्था का हबाला दिया जा रहा की जबकि शिक्षक बिहीन शालाओ मे आज भी शिक्षकों का टोटा पढ़ा हुआ है वही बी ओ द्वारा खुलेआम शिक्षकों को अटैच करना डी ओ कार्यालय द्वारा जारी पत्र कि अवहेलना को प्रदर्शित करता है वही डी ओ कार्यालय मे पदस्थ कुछ कर्मचारियों की संलिप्त्ता को भी उजागर करता है इसीलिए जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा ऐसे मामलों पर संज्ञान नही लिया जाता जबकि खुलेआम शिक्षा बिभाग मे चल रही है खुलेआम हर काम के एब्ज मे अबैध बसूली।
00 खनियांधाना,नरवर मे नियमबिरुद्ध अटैचमेंट करने के मामलो मे भारी इजाफा होने की खबरे आमजन मे हो रही है बहुत बायरल।
अगर बात करे जिले की दो तहसीलो की जो हमेशा से ही सर्वोच्च स्थान पर भ्रस्टाचार मे चर्चित बनी हुई रहती है उनमे है खनियांधाना और नरवर जहाँ पिछले महीने मे थोकबंद शिक्षकों को उनकी मनचाही जगह पर व्यस्था के नाम पर अटैचमेंट किया गया है और इस नियमबिरुद्ध अटैचमेंट किये जाने मे बीओ और संकुल प्राचार्यो सहित सरकारी दलालो की भूमिका बेहद सन्धिग्ध नजर आ रही है ऐसा भी सुनने मे आया है की जिन शिक्षकों को उनकी मनचाही जगहों पर अटैच किया है उसके एब्ज मे दस से बीस हजार रूपए भी लिए गये है अब कितनी सच्चाई है ये तो नही पता लेकिन कुछ लोगो के अटैचमेंट कर दिये गये पत्र हाथ मे आये है उन्हे देखकर तो यही लगता दिखाई दे रहा है की सिक्कों की खनक के आगे सारे नियमों को दरकिनार कर लूटमफ़ाग मचाई गयी है अब देखना होगा की जिलाधीश् महोदय और जिला शिक्षा अधिकारी इस नियमबिरुद्ध मामले पर जांच कराकर दोषियों को सजा दिला पाते है की नही या फिर पूर्व की भाँती अतिथि शिक्षक भर्ती मे दोषी संकुल प्रचार्यो को उपक्रत करते है।
00 शिक्षक बिहीन शालाओ मे आज भी शिक्षकों की बनी हुई है कमी लेकिन रिश्वतखोरी के चलते शिक्षकों को मनचाही जगह भेजकर कर रहे है उपक्रत शिक्षक बिहीन शालाओ मे पसरा आज भी सन्नाटा।
अगर बात करे शिक्षक बिहीन शालाओ की तो आज भी शिक्षकों की कमी से वह अधूरी संचालित हो रही है लेकिन उन शालाओ मे न भेजकर बी ओ और संकुल प्राचार्य शिक्षकों को उनकी मनपसंद शालाओं मे भेज रहे है जबकी नियमानुसार अगर व्यस्था के नाम पर जैसा की पत्र मे लिख कर दिया जा रहा उन्हे मनचाही जगह न भेजकर शिक्षक बिहीन शालाओ मे भेजा जाना चाहिए लेकिन ऐसा करने से जो नियमबिरुद्ध किये जाने वाले अटैचमेंट के एब्ज मे अबैध बसूली की राशि मिलती है वह नही मिलेगी और आजकल बी ओ कार्यालयों मे अबैध बसूली के लिए बिख्यात शिक्षकों को कर रखा है अटैच ऐसा भी आमजन और खबरनबीशो मे चर्चा मे बना हुआ है अब कितनी हकीकत है ये जिले के बिभागीय अधिकारी ही जांच कर बता सकते है लेकिन शायद अगर इन मामलों पर जांच और कारवाही नही होती तो जिले के लोगो की संलिप्त्ता भी उजागर हो जायेगी क्युकी हर् दस मे से 9 लोगो को अबैध बसूली की जानकारी है फिर भी इन पर कार्रवाही नही होती है।
00 नरवर मे सी एम राइज स्कूल मे एक अतिथि शिक्षक की नियुक्ति पर आज भी जिले के अधिकारी पर्देदारी करते नजर आ रहे है जबकि पात्र अतिथि शिक्षक हर जाँच मे पात्र पाया गया उसके बाद भी लगा रहा है कलेक्ट्रेड के महीनों से चक्कर लगाकर घिस रहा है चप्पले।
नरवर के सी एम राइज स्कूल मे कुछ दिन पहले एक अतिथि शिक्षक की बेकेंसी निकली थी जिसमे गंगा गुप्ता नाम के व्यक्ति ने सभी दस्ताबेजो के साथ एप्लाई किया और वह पात्र भी पाया गया लेकिन सी एम राइज प्रभारी ने अपने परिवार के लोगो को भर्ती कर लिया और फिर जांच मे सिद्ध भी हुआ की परिवार के लोगो को रखकर् फर्जी नियुक्ति की गयी हे लेकिन आनन फानन मे डी ओ के कारण बताओ नोटिश पर प्रभारी द्वारा परिवारजन को हटा दिया गया और पुनः बिज्ञप्ति जारी कर दी जबकि जांच मे गंगा गुप्ता पात्र पाया गया हे लेकिन प्रभारी पर कोई कारवाही नही की गयी जबकी नियमानुसार प्रभारी की तनख्वाह मे से फर्जी नियुक्ति पर नियुक्त लोगो को जितनी सेलरी शासन से दी गयी वह काटनी चाहिए लेकिन जिले के अधिकारी के खुले संरक्षण मे एक पात्र शिक्षक सेकड़ो सी एम हेल्पलाइन,जनसुनबाई मे आज भी भटकता घूम रहा है और जिले के अधिकारी खेल रहे है ऑफिस ऑफिस फर्जी नियुक्ति के बाद पुनः बिज्ञप्ति जारी करना जिला अधिकारी का खुला संरक्षण प्रदर्शित करता है इसीलिए नही की गयी आज दिनांक तक कोई कार्रवाही और भटक रहा है पात्र शिक्षक।
00 जिला कलेक्टर शिवपुरी से आग्रह है की पात्रों को उनका हक मिले और अपात्रों को हटाया जाए और शिक्षक बिहीन शालाओ मे नियुक्ति न कर जिन जिन बीओ ने नियमबिरुद्ध जिन जिन शिक्षकों के अटैचमेंट किये है उन्हे नियमानुसार जांच कर बापिस कर शिक्षक बिहीन शालाओ मे भेजा जाए जिससे शिक्षा का स्तर कुछ हद तक सुधर सके और शिक्षा बिभाग मे मचे खुल्लमखुल्ला भ्रस्टाचार और अबेध उगाही पर लगाम लग सके उम्मीद है कलेक्टर शिवपुरी और जिला शिक्षा अधिकारी इन मामलों पर संज्ञान अब्स्य लेंगे।
आजाद समाचार । संजीव पुरोहित, पिछोर संवाददाता✒️

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