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करैरा में दिनदहाड़े रेत माफियाओ ने दबंगई दिखाने लहराए हथियार
* प्रशासन सुस्त, माफिया मस्त,जनता दहशत में * करैरा में दिनदहाड़े रेत माफियाओ ने दबंगई दिखाने लहराए हथियार । * बृजेश पाठक जिला अधिमान्य वरिष्ठ पत्रकार * करैरा । आजाद समाचार । शिवपुरी जिले का करैरा राजस्व अनु विभाग रेत के अवैध कारोबार के लिए ग्वालियर संभाग में चर्चित है । करैरा में गत सोमवार सुबह दिनदहाड़े रेत माफिया ने सरेआम हथियार लहराकर अपनी - रंगदारी करैरा महाविद्यालय के नजदीक सड़क पर दिखाई। रहेगीरो ने जब बंदूकों का प्रदर्शन देखा तो वह दहशत में आ गए । इस दौरान स्थानीय लोगों ने जब विरोध दर्ज कराया तो फिर विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। एक समय हालात ऐसे बन गए कि रायफल लोड होने लगीं। इस दौरान उस रोड से निकलने वाले राहगीरों सहित आसपास रहने वाले लोग भी दहशत जदा हो गए। यह विवाद रात में माफिया द्वारा पकड़ी गई बिना टोकन की ट्रैक्टर-ट्रॉली की वजह से हुआ, जिसे उन्होंने पुलिस थाने में रखवा दिया। लेकिन थाना प्रभारी ने कार्रवाई करने की बजाए उनके बीच राजीनामा करवा दिया, क्योंकि रेत में हिस्सेदारी सभी की है। गत सोमवार के दोपहर लगभग 12 बजे टीला रोड पर स्थित होटल पर चार पहिया वाहन आकर रुके तथा उसमें से हथियारबंद लोग उतरे। उक्त लोगों ने पहले तो वहां पर गाली-गलौज की और फिर अपने हथियार लोड करके गोली मारने की धमकी दी। इस बीच कुछ स्थानीय नोग भी वहां आ गए और उन्होंने भी उसी अंदाज में जब जवाब दिया तो हथियारबंद लोग अपने वाहनों में वार होकर निकल गए। इसके कुछ देर बाद रवि यादव नामक व्यक्ती हथियारबंद लोगों की मदद से बाहर निकाला यही व्यक्ति रेट कंपनी का खास आदमी है । इसी के द्वारा मैनेजमेंट बैठा कर नरवर तहसील थाना सीहोर के ग्राम चितहारी, बैहगवां,पुलहा, सीहोर,शिलरा एवं करैरा तहसील के ग्राम बाघेदारी,मचावली, समूहा,कडोरा, आदि ग्रामों से अवैध रूप से रेत का उत्खनन करके टोकन पर वाहनों को निकाला जा रहा है । रेत का यह अवैध कारोबार बाहर के लोगों ने अपने हाथ में ले लिया है जिसके चलते स्थानीय रेत माफिया में भी इस बात को लेकर नाराजगी है । * ये है विवाद की वजह * रविवार की रात एक ट्रैक्टर-ट्रॉली रेत भरकर निकल रही थी, जिसे बाहर के रेत माफिया ने रोक कर उसका टोकन देखा तो वो किसी दूसरे ठेकेदार का था, जिसे उन्होंने न मानते हुए अपना टोकन मांगा। ट्रैक्टर वाले ने कहा कि हमारे पास तो यही टोकन है, अब यदि दिन होता तो रेत बेचकर तुम्हारा टोकन ले लेते। इस पर रेत माफिया नहीं माने और ट्रैक्टर-ट्रॉली करैरा थाने में रखवा दी। * ट्रैक्टर मालिक ने जताया विरोध * थाने में रखे ट्रैक्टर को छुड़वाने के लिए जब ट्रैक्टर मालिक व अन्य स्थानीय लोगों ने बात की तो बाहरी रेत माफिया अपने वाहनों में हथियारों से लैस होकर पहुंच गए। यहां पर दोंनो पक्षों के बीच जमकर गाली-गलौच हुआ, बल्कि रायफल लोड करने तथा गोली मारने तक की नौबत आ गई। इस दौरान राहगीरों एवं आसपास रहने वाले लोग दहशतजदा हो गए। *******"। कहना क्या ? * रेत कारोबारियों के दो पक्षों में विवाद हो गया था, जिसमें बाद में समझौता हो गया। उनके पास जो हथियार हैं, वो सभी लायसेंसी हैं. तथा कारोबार करने में सुरक्षा के लिए लाए हैं। अब उनके बीच किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। सुरेश शर्मा, टीआई करैरा