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17 वर्ष से ग्वालियर लोकसभा सीट पर भाजपा का ही कब्जा ।

       * बृजेश पाठक जिला अधिमान्य वरिष्ठ पत्रकार *      “अब सरकार को करैरा विधानसभा क्षेत्र का आवागमन सुगम बनाने एवं व्यापार बढ़ाने हेतु, * झांसी से शिवपुरी तक रेलवे लाइन *  की स्वीकृति, उद्योग धंधे, स्थापित एवं बेरोजगारी आदि  मुद्दों पर करना होगा धरातल पर विचार ” अन्यथा वोटर देंगे समय पर जवाब ।

ग्वालियर । लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी है। कांग्रेस अभी तक प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है। ग्वालियर लोकसभा सीट की बात की जाए तो यह मध्य प्रदेश की चुनिंदा महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों में मानी जाती है। इस सीट पर 17 साल से भाजपा का कब्जा है। साल 2000 से पहले यह सीट कांग्रेस के प्रभाव वाली मानी जाती थी । 

     लेकिन अब 2007 से यह सीट भाजपा जीतती आ रही है।

स्मरण रहे1952 में ग्वालियर लोकसभा सीट पर पहली बार चुनाव हुए थे। तब यहां हिंदू महासभा ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद  सिंधिया राजघराने का ही कब्जा रहा है। 1962 में राजमाता विजया राजे सिंधिया जीती थी ।

उनके सामने हिंदू महासभा से नरसिंह जोशी मैदान में उतरे थे, लेकिन वे जीत नहीं सके थे। इसके बाद से आज तक कोई भी हिंदू महासभा का प्रत्याशी सांसद नहीं बन सका।

 1984 से लेकर 1998 तक  माधवराव सिंधिया और 2007 और 2009 में यशोधरा राजे सिंधिया चुनाव जीत चुकी हैं। हालांकि, विजयाराजे और उनके बेटे माधवराव सिंधिया ने कांग्रेस के लिए ग्वालियर सीट जीती तो वहीं बेटी यशोधरा राजे ने भाजपा के लिए जीत दर्ज की।

ग्वालियर लोकसभा में आती हैं 8 विधानसभा सीटें ।

ग्वालियर लोकसभा सीट में कुल 8 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें ग्वालियर की 6 और शिवपुरी जिले की 2 विधानसभा सीट हैं। 2023 में हुए चुनाव में सभी विधानसभा सीटों पर मुख्य प्रतिद्वंद्वी दल भाजपा और में बराबर का मुकाबला रहा. 8 में से 4 सीटों पर कांग्रेस और 4 सीटों पर भाजपा का कब्जा है।

        करैरा विधानसभा क्षेत्र में अबकी बार लोकसभा उम्मीदवारों (भाजपा एवं कांग्रेस) को मतदाताओं से करना होगा । झांसी से शिवपुरी तक रेलवे लाइन डलवाने का वायदा और मूंगफली तेल मिल एवं अन्य बड़े उद्योग स्थापित करने का वायदा । तभी  करैरा विधानसभा क्षेत्र के वोटर उस उम्मीदवार को विजय श्री की माला पहनाएंगे । यद्यपि ग्वालियर लोक सभा सीट से कई बड़े-बड़े दिग्गज सांसद बने लेकिन करैरा विधानसभा क्षेत्र के लिए ना तो रेलवे लाइन की सुविधा उपलब्ध कराई और ना ही कोई उद्योग स्थापित करवाएं ।  चौपाल की कहानी वोटरों की जुबानी ।* ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में कौन कब जीता देखें * 1952 में बीजी देशपांडे हिंदू महासभा से । 1952 उपचुनाव में नारायण भास्कर खरे हिंदू महासभा,1957 में सूरज प्रसाद कांग्रेस, 1962 विजय राजे सिंधिया कांग्रेस, 1967 राम अवतार शर्मा भारतीय जनसंघ, 1971 अटल बिहारी वाजपेई भारतीय जनसंघ, 1977 नारायण सेजवलकर जनता पार्टी,1980 नारायण सेजवलकर जनता पार्टी, 1984 माधवराव सिंधिया कांग्रेस 1989 माधवराव सिंधिया कांग्रेस 1991 माधवराव सिंधिया कांग्रेस 1996 माधवराव सिंधिया कांग्रेस, 1998 माधव राव सिंधिया कांग्रेस, 1999 जयभान सिंह पवैया भाजपा, 2004 रामसेवक गुर्जर कांग्रेस, 2007 उपचुनाव यशोधरा राजेश सिंधिया भाजपा, 2009 यशोधरा राजी सिंधिया भाजपा, 2014 नरेंद्र सिंह तोमर भाजपा, 2019 विवेक सेजवलकर भाजपा,

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