7 सीट पर कांग्रेस तो भाजपा 22 सीट पर अपना परचम फहराएगी,। * बृजेश पाठक संपादक की कलम से *
जनीए किसका मुकाबला किसके साथ
29 सीटों पर मध्य प्रदेश में होगा, लोकसभा चुनाव
7 सीट पर कांग्रेस तो 22 पर भाजपा की पकड़ मजबूत ।
* बृजेश पाठक, संपादक की कलम से *
भोपाल । आजाद समाचार । लोकसभा चुनाव का नगाड़ा संपूर्ण भारतवर्ष के साथ मध्य प्रदेश में भी अब खूब बज रहा है । लोकसभा चुनाव की तिथियां जैसे ही जैसे नजदीक आ रही है प्रत्याशियों ने संत रूपी चेहरा बनाकर सज्जनता का अनावरण धारण कर लिया है । वोटर रूपी भगवान के श्री चरणों में मानसिक पूजा कर तन समर्पित ,मन समर्पित और यह आसमान समर्पित कर रहे हैं । मध्य प्रदेश में बीजेपी सभी 29 सीटों पर और कांग्रेस 28 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
कांग्रेस ने बची तीन सीटों पर गत शनिवार, 6 अप्रैल को प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। इसी के साथ प्रदेश में लोकसभा चुनाव के मुकाबले की तस्वीर साफ हो गई है। कांग्रेस ने गठबंधन के चलते खजुराहो सीट सपा को दी थी, लेकिन उसकी प्रत्याशी मीरा दीपनारायण यादव का नामांकन रद्द हो गया। प्रत्याशियों के नाम तय करने में बीजेपी आगे रही। कांग्रेस ने सूची जारी कर कुल 28 सीटों के प्रत्याशी तय किए।
चौपाल की कहानी जनता की जुबानी के माध्यम से कुछ सीटों का रुझान मात्र दो राजनीतिक दलों के प्रत्याशी घोषित होने पर प्राप्त है । उनमें भाजपा के पैरों से जमीन खिसकती हुई अभी हाल प्रतीत हो रही है। जैसे
* ग्वालियर :- लोकसभा क्षेत्र से अधिकांश बार भाजपा प्रत्याशी ही अपनी जीत दर्ज करते रहे हैं लेकिन अबकी बार भाजपा के पैरों तले से जमीन खिसकती हुई दिख रही है । यहां से 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने भारत सिंह कुशवाह और कांग्रेस ने नव युवक प्रवीण पाठक को अपना उम्मीदवार घोषित किया है । प्रवीण पाठक एक संघर्ष युवा कांग्रेस के प्रत्याशी हैं इनका ग्वालियर शहर ही नहीं डबरा, भितरवार, करैरा एवं पोहरी में अच्छा खासा जन आधार है । इसका आकलन चौपाल की कहानी में लोगों ने दर्ज कराया है । भाजपा ने अपने बड़े कद्दावर नेताओं को छोड़कर अभी 2023 विधानसभा में हारे हुए प्रत्याशी को अपना चेहरा घोषित किया है । इसका संदेश क्षेत्र में खुद भाजपा के ही नेता प्रचारित कर रहे हैं ।
* मुरैना:-लोकसभा में कांग्रेस से सतपाल सिंह शिकरवार , भाजपा से शिवमंगल सिंह तोमर के के बीच जबरदस्त टक्कर है ।
* राजगढ़:-लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने संघ प्रचारक रोडमल नागर को प्रत्याशी के तौर पर उतारा है । वहीं कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह जो मध्य प्रदेश से दो बार मुख्यमंत्री और दो बार सांसद रह चुके हैं ऐसे अनुभवी और राजनीति के चाणक्य को टिकट देकर राजगढ़ सीट को अपनी झोली में समेटने की पूरी ताकत लगा दी है । यहां से भी कांग्रेस का पलड़ा भाजपा की अपेक्षा भारी दिख रहा है ।
* रतलाम लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने अनीता नगर सिंह चौहान को मैदान में उतारा है, तो वही कांग्रेस ने बड़े आदिवासी चेहरे को मैदान में उतारा है जो पांच बार सांसद रहे हैं जिनका नाम कांतिलाल भूरिया है क्षेत्र में सभी लोग इनको सम्मानित दृष्टि से देखते हैं चौपाल की कहानी जनता की जुबानी उनके नाम है लोकसभा 24 की कहानी ।
* बालाघाट :- लोकसभा से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी भारती परधी, वहीं कांग्रेस ने सम्राट सिंह सरस्वर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है इनको जिले एवं लोकसभा क्षेत्र में अधिकांश लोग पहचानते हैं, यहां पर भी भाजपा की जमीन पैरों तले खिसकती हुई जान पड़ती है अबकी बार ।
* छिंदवाड़ा:-लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने विवेक साहू को उम्मीदवार बनाया वही कांग्रेस ने वर्तमान सांसद नकुलनाथ को पुनः टिकट देखकर उन पर विश्वास कायम रखा है ।
* सागर -भोपाल- गुना :-लोकसभा में प्रचार प्रसार की दृष्टि से भाजपा कांग्रेस पर भारी पड़ती हुई दिख रही है । लेकिन खजुराहो लोकसभा कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी मीरा यादव का फॉर्म निरस्त हो जाने के कारण यादव मतदाताओं का गुस्सा उपरोक्त लोकसभा सीटों पर देखा जा सकता है। इसके मध्ये नजर गुना लोकसभा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपनी पूरी ताकत सभी नीतियों को अपनाते हुए प्रयोग करना होगी ।
बीजेपी- कांग्रेस : में किस लोकसभा सीट से कौन होंगे प्रत्याशी…
1 – ग्वालियर
बीजेपी- भारत सिंह कुशवाह, 2013 और 2018 में विधायक चुने गए। राज्यमंत्री रहे। ग्वालियर ग्रामीण जिला अध्यक्ष रहे। 2023 का चुनाव हार गए।
कांग्रेस- प्रवीण पाठक, 2018 में विधायक, 2023 में हारे, अब लोकसभा प्रत्याशी।
2 – मुरैना
कांग्रेस- सत्यपाल सिंह सिकरवार, 2013 में सुमावली से बीजेपी विधायक रहे, 2020 में कांग्रेस से जुड़े। भाई शतीश सिकरवार विधायक, भाभी ग्वालियर महापौर।
बीजेपी- विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी (शिवमंगल सिंह तोमर,) को प्रत्याशी घोषित किया है। सहकारी बैंक मुरैना, श्योपुर में चेयरमैन रहे। 2008 में विधायक रहे। 2013 और 2018 का चुनाव हार गए।
3 – भिंड
बीजेपी- संध्या राय, 2003 में दिमनी से विधायक रहीं। 2019 का लोकसभा चुनाव जीतीं।
कांग्रेस- फूलसिंह बरैया, अनुसूचित जाति वर्ग का बड़ा चेहरा, वर्तमान विधायक, पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
4- गुना
बीजेपी- ज्योतिरादित्य सिंधिया, मनमोहन सरकार में केंद्रीय उद्योग राज्यमंत्री रहे। गुना से 2019 का लोकसभा चुनाव हारे। 2020 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए, राज्य सभा सदस्य चुने गए, वर्तमान में केंद्रीय मंत्री हैं।
कांग्रेस- राव यादवेंद्र सिंह यादव, 2023 में कांग्रेस की सदस्यता ली। मुंगावली से चुनाव हार गए। पिता राव देशराज यादव तीन बार विधायक रहे।
5- बालाघाट
बीजेपी- भारती पारधी, बालाघाट नगर पालिका की पार्षद है। संगठन में सक्रिय रहीं। पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं।
कांग्रेस- सम्राट सिंह सरस्वार, जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे। पिता अशोक सरस्वार विधायक रहे हैं।
6- छिंदवाड़ा
बीजेपी- विवेक बंटी साहू, पार्टी के जिला अध्यक्ष। दो बार विधानसभा चुनाव हारे, पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस- नकुलनाथ, मध्य प्रदेश में पार्टी के इकलौते सांसद, कमलनाथ के पुत्र, दूसरी बार छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं।
7- टीकमगढ़
बीजेपी- वीरेंद्र कुमार खटीक, 1996 में पहली बार सांसद चुने गए। सात बार के सांसद, वर्तमान केंद्रीय मंत्री है।
कांग्रेस- पंकज अहिरवार, संगठन के पदाधिकारी, 2023 के चुनाव में जतारा से टिकट मांगी थी नहीं मिली।
8- दमोह
बीजेपी- राहुल सिंह लोधी, 2018 में कांग्रेस से विधायक रहे। उप चुनाव हारे। 2023 में टिकट नहीं मिली।
कांग्रेस- तरवर सिंह लोधी, सागर के बंडा से विधायक रहे, 2023 में हार गए।
9- खजुराहो
बीजेपी- विष्णु दत्त शर्मा, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, वर्तमान सांसद हैं। खजुराहो से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस- I.N.D.I.A. गठबंधन की सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन पत्र निरस्त।
10- सतना
बीजेपी- गणेश सिंह, वर्तमान सांसद, 2023 का विधानसभा चुनाव हार गए।
कांग्रेस- सिद्धार्थ कुशवाहा, सतना से वर्तमान विधायक, कांग्रेस के ओबीसी विभाग के अध्यक्ष, पिता सुखलाल कुशवाह बसपा से सांसद रहे।
11- रीवा
बीजेपी- जनार्दन मिश्र, 2014 और 2019 में सांसद चुने गए।
कांग्रेस- नीलम अभय मिश्रा, 2013 में बीजेपी विधायक रहीं। सेमरिया से विधायक अभय मिश्रा की पत्नी हैं।
12- होशंगाबाद
बीजेपी- दर्शन चौधरी, बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस- संजय शर्मा, पहले बीजेपी और फिर कांग्रेस से विधायक रहे। 2023 का चुनाव हारे।
13- बैतूल
बीजेपी- दुर्गादास उइके, दूसरी बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी जनजाति मोर्चा के शोध व नीति विषय प्रभारी रह चुके हैं।
कांग्रेस- रामू टेकाम, मप्र आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष। कमलनाथ के करीबी, 2019 में लोकसभा चुनाव हारे।
14 – सीधी
बीजेपी- डॉ. राजेश मिश्रा, 2009 में भाजपा से जुड़े, सीधी जिला अध्यक्ष रहे।
कांग्रेस- कमलेश्वर पटेल, पूर्व मंत्री, 2013 में पहली बार विधायक बने। 2023 के चुनाव में हार गए।
15 – शहडोल
बीजेपी- हिमाद्री सिंह- 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में आईं, वर्तमान सांसद।
कांग्रेस- फुंदेलाल सिंह मार्को, तीन बार के विधायक हैं। मप्र आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष रहे।
16 – जबलपुर
बीजेपी- आशीष दुबे 1990 से राजनीति में। 2021 में बीजेपी के प्रदेश मंत्री बने, पहली बार चुनाव लड़ रहे।
कांग्रेस- दिनेश यादव, कांग्रेस संगठन के पदाधिकारी, पहली बार चुनाव लड़ रहे।
17 – मंडला
बीजेपी- फग्गन सिंह कुलस्ते, वर्तमान केंद्रीय मंत्री, 2023 का विधानभा चुनाव हारे।
कांग्रेस- ओमकार सिंह मरकाम, पूर्व मंत्री, वर्तमान विधायक, मप्र आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे। महाकोशल का बड़ा आदिवासी चेहरा।
18- सागर
बीजेपी- लता वानखेड़े, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रहीं। प्रदेश बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष रहीं। पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं।
कांग्रेस- चंद्रभूषण सिंह बुंदेला, 2023 में कांग्रेस में शामिल, खुरई से विधानसभा टिकट मांगा पर नहीं मिला। पिता सुजान सिंह बुंदेला उप्र से सांसद रहे।
19- विदिशा
बीजेपी- शिवराज सिंह चौहान, 1990 में पहली बार विधायक बने। पांच बार सांसद, चार बार के मुख्यमंत्री रहे। बुधनी से विधायक हैं।
कांग्रेस- प्रतापभानु शर्मा, 1980 और 1984 में दो बार के सांसद, संगठन में विभिन्न पदों।
20- भोपाल
बीजेपी- आलोक शर्मा, 1994 में भोपाल नगर निगम पार्षद रहे। 2015 में भोपाल महापौर रहे। दो बार विधानसभा चुनाव हारे।
कांग्रेस- अरुण श्रीवास्तव, भोपाल जिला कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष रहे। पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। माता विमला श्रीवास्तव भोपाल जिपं अध्यक्ष रहीं।
21- राजगढ़
बीजेपी- रोडमल नागर, तीसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे। संघ प्रचारक रहे हैं।
कांग्रेस- दिग्विजय सिंह, राज्य सभा सदस्य हैं। 33 साल बाद राजगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं। दो बार सांसद, दो बार के मुख्यमंत्री रहे, 2019 में भोपाल लोकसभा का चुनाव हारे।
22- देवास
बीजेपी- महेंद्र सिंह सोलंकी, आरएसएस से जुड़े रहे। आंदोलनों के दौरान जेल गए। न्यायाधीश का पद छोड़कर 2019 में देवास से सांसद बने।
कांग्रेस- राजेंद्र मालवीय, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राधाकिशन मालवीय के पुत्र हैं। दो बार विधानसभा चुनाव हारे।
23- उज्जैन
बीजेपी- अनिल फिरोजिया, वर्तमान सांसद, पिता भूरेलाल फिरोजिया जनसंघ बीजेपी के संस्थापक सदस्य रहे।
कांग्रेस- महेश परमार, तराना से दूसरी बार विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष रहे।
24- मंदसौर
बीजेपी- सुधीर गुप्ता, दो बार के सांसद, तीसरी बार चुनाव लड़ रहे।
कांग्रेस- दिलीप सिंह गुर्जर, पूर्व विधायक, 2023 चुनाव हारे। पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे।
25- रतलाम
बीजेपी- अनीता नागर सिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष और महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष रही। पति नागर सिंह चौहान मोहन सरकार वन एवं पर्यावरण मंत्री हैं।
कांग्रेस- कांतिलाल भूरिया, पार्टी बड़ा आदिवासी चेहरा, पांच बार सांसद रहे। केंद्रीय मंत्री भी रहे।
26- धार
बीजेपी- सावित्री ठाकुर, 2003 में जिला पंचायत सदस्य बनीं। आदिवासी महिला विकास परिषद की राष्ट्रीय महामंत्री व बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हैं। 2014 में सांसद रहीं।
कांग्रेस- राधेश्याम मुवेल, पहली बार चुनाव लड़ रहे। पार्टी संगठन के पदाधिकारी रहे।
27- इंदौर
बीजेपी- शंकर लालवानी, 2019 में पहली बार सांसद बने। इंदौर शहर बीजेपी अध्यक्ष और इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे।
कांग्रेस- अक्षय कांति बम, समाजसेवी, कालेज संचालक, 2023 में विधानसभा चुनाव की टिकट मांगी थी नहीं मिली, पहली बार चुनाव लड़ रहे।
28- खरगोन
बीजेपी- गजेंद्र पटेल, वर्तमान सांसद, 1992 में अभाविप के नगर अध्यक्ष रहे, 1995 में संघ के नगर कार्यवाहक रहे।
कांग्रेस- पोरलाल खरते, सेल टैक्स के नौकरी छोड़ राजनीति में आए, 2023 में सेंधवा से टिकट मांगी नहीं मिली, पहली बार चुनाव लड़ रहे।
29- खंडवा
बीजेपी- ज्ञानेश्वर पाटिल, 1987 में अभाविप से राजनीति में आए। 2021 में नंदकुमार चौहान के निधन के बाद उप चुनाव जीता, वर्तमान सांसद हैं।
कांग्रेस- गजेंद्र पटेल, 2023 का चुनाव हारे, चाचा ताराचंद पटेल विधायक और सांसद रहे हैं।
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