राज्य विधानसभा में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के विधायकों ने जल जीवन मिशन योजना में होरहे भ्रष्टाचार पर सरकार को घेरा ।
राज्य विधानसभा में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के विधायकों ने जल जीवन मिशन योजना में होरहे भ्रष्टाचार पर सरकार को घेरा ।
* संपादक की कलम से *
भोपाल । आजाद समाचार । प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी भारत सरकार की हर घर तक पानी पहुंचाने वाली अती महत्वाकांक्षी योजना जलजीवन मिशन को लेकर गुरुवार, शुक्रवार को राज्य विधानसभा भोपाल में जमकर हंगामा हुआ। भाजपा के ही विधायकों ने इस योजना में घटिया निर्माण और भारी अनियमितता के आरोप लगाए। विधायकों का कहना था कि योजना के तहत सड़कें खोद दी गई है। कहीं नल है तो पानी नहीं है और कहीं पाइप लाइन है तो पानी की टंकी नहीं है। मंत्री कैलाश विजयवगीय ने कहा कि सरकार इन गड़बड़ियों को दूर करने के लिए जल्द ही कड़े कदम उठाएगी। वहीं कांग्रेस का आरोप था कि इस योजना में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। सरकार जांच कराने से बच रही है। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस ने सदन से वाकआउट कर दिया।
दूसरी ओर प्रश्नकाल के दौरान भाजपा ( सत्ता पक्ष) के सतीश मालवीय ने कहा कि गांवों के अंदर पानी की पाइप लाइन डालने को लेकर सीमेन्ट, कांक्रीट रोड समेत अन्य सड़कों को खोद कर जीर्ण-शीर्ण कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत काम भी ठीक नहीं हो रहा है। सम्पतिया उइके की अनुपस्थिति में उनके विभागों से जुड़े सवालों का जवाब दे रहे संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने उन्हें भरोसा दिलाया कि जो सड़कें टूट फूट गई हैं, उनका फिर से निर्माण कराया जा रहा है।
इस पर भाजपा एवं कांग्रेस के कुछ अन्य विधायकों ने भी अपने क्षेत्र में इस योजना के तहत घटिया काम होने की बात कही। इसके बाद प्रभुराम चौधरी ने अपनी विधानसभा सांची
का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि ठेकेदार काम नहीं कर रहे हैं। आधे गांवों में लाइन डाली है, कहीं-कहीं छोड़ दी है। कई जगह लाइन डाल दी पर पानी का ही सोर्स नहीं है। टंकी बना दी पर गांवों में पानी ही नहीं पहुंच रहा है। उन्होंने गई गांवों के नाम भी गिना डाले।
कांग्रेस के भंवर सिंह शेखावत ने कहा कि यह एक जिले की समस्या नहीं पूरे प्रदेश की समस्या है। इस मामले में मंत्री विधायकों की बैठकै बुलाकर उनका पक्ष सुने। कई जगह घटिया काम हुआ पर
ठेकेदार पेमेंट लेकर भाग गया। भाजपा के हरदीप सिंह डंग ने अपने विधानसभा में हुए कामों की क्वालिटी को बेहद घटिया बताते हुए कहा कि पीएचई जो लाइन डाल रही है उसकी कोई गारंटी ही नहीं है। वहीं जलनिंगम दस साल की गारंटी दे रहा है। इस विभाग को भी गारंटी देने को कहा जाए। भाजपा के ही रमेश खटीक करैरा विधायक ने इस योजना के तहत बनी टंकियों को बेहद घटिया बताया, उनका कहना था कि अस्सी फीसदी क्षेत्र में अमानक काम हुए हैं और कई जगह काम ही नहीं हुए हैं। जनता चौपाल और विधायकों के सवालों पर विश्वास किया जाए तो भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही अत्यंत महत्वपूर्ण जन्मतीसी योजना का बंदर वाट प्रशासनिक अधिकारियों और सरकार में बैठे जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने डकार लिया है इस कारण से धरातल पर जल जीवन मिशन के कार्य में घर भ्रष्टाचार हुआ है । मुख्यमंत्री को चाहिए जल जीवन मिशन के कार्यों की स्वम समीक्षा करें और भ्रष्टाचार में लिप्त ठेकेदार तथा प्रशासनिक अधिकारियों को कठोर से कठोर दंड दिलाया जाए ।