गरीबों का आधा करोड़ का राशन माफिया के गोदाम पर पकड़ा, सहरिया क्रांति की पहल पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई ।
गरीबों का आधा करोड़ का राशन माफिया के गोदाम पर पकड़ा, सहरिया क्रांति की पहल पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
सार्वजनिक वितरण प्रणाली का घोटाला उजागर:
शिवपुरी। जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत गरीबों के लिए वितरित होने वाले गेहूं और चावल की हेराफेरी का एक बड़ा मामला सामने आया है। सहरिया क्रांति सामाजिक संगठन द्वारा जिला कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी को इस घोटाले की पुख्ता जानकारी दी गई, जिसके बाद जिला प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। कलेक्टर ने एसडीएम शिवपुरी उमेश कौरव और तहसीलदार सिद्धार्थ शर्मा के नेतृत्व में एक छापामार दल का गठन किया, जिसने नीमडांडा स्थित एक वेयरहाउस पर छापा मारा। इस दौरान सहरिया क्रांति के सैकड़ों कार्यकर्ता भी मौके पर मौजूद थे।
मंगलवार की रात करीब 9 बजे इस कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने वेयरहाउस से बड़ी मात्रा में पीडीएस का चावल और गेहूं जब्त किया। इस गोदाम का मालिक पीडीएस का चावल खरीदता था और उसे पॉलिश कर ‘भारत ब्रांड’ के नाम से 10 किलो के पैकेट बनाकर 290 रुपये में बेचता था। इस छापेमारी के दौरान 1580 बैग भारत ब्रांड चावल के और 1150 क्विंटल गेहूं बरामद किया गया। एसडीएम उमेश कौरव ने बताया कि कुल मिलाकर लगभग 50 लाख रुपये का माल मौके से बरामद किया गया है। इसके बाद वेयरहाउस को सील कर दिया गया और गोदाम मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है।
कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी को सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन से सूचना मिली थी कि नीमडांडा स्थित स्वास्तिक गोदाम पर पीडीएस का गेहूं और चावल उतारा जा रहा है। इस सूचना के आधार पर प्रशासन ने तत्काल एसडीएम और खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम को कार्रवाई के निर्देश दिए। जब टीम मौके पर पहुंची तो वहां सायरन की आवाज सुनते ही ट्रक चालक ट्रक छोड़कर भाग गया। एक कार भी मौके पर मिली, जो गोदाम मालिक तायल की बताई जा रही है। टीम ने ट्रक क्रमांक एमएच 1बी बीजी 0925 को भी कब्जे में लिया, जिसमें 88 अन्य बैग भी मिले जो चावल के बताए जा रहे हैं।
इस छापेमारी के दौरान पीडीएस के खाली रैपर भी जब्त किए गए हैं, जिनका उपयोग नए पैकेट बनाने में किया जा रहा था। कलेक्टर ने खाद्य आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए और मामले की विस्तृत जांच की जाए।
जिला प्रशासन द्वारा इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सहरिया क्रांति के इस प्रयास से जिले में भ्रष्टाचार और घोटालों के खिलाफ एक सशक्त संदेश गया है, जिससे भविष्य में ऐसे अपराधों पर रोक लगाई जा सके