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आबकारी विभाग के अफसरों की साठ- गांठ से जिले भर में शराब की अवैध दुकानों का संचालन प्रारंभ ।

आबकारी विभाग के अफसरों की साठ- गांठ से जिले भर में शराब की अवैध दुकानों का संचालन प्रारंभ ।

• प्रतिबन्ध के बावजूद भी खुल रहे हैं अहाते ।

       *  बृजेश पाठक संपादक की कलम से *

शिवपुरी । आजाद समाचार । शिवपुरी जिले की हर तहसील के गमों  कि गली कूचों से लेकर किराना दुकानों तक अवैध शराब का विक्रय खुलकर हो रहा है विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में । यहां स्थिति यह है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश निर्देशों की खुलेआम अवमानना की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट का यह स्पष्ट निर्देश है कि राष्ट्रीय राजमार्ग से 220 मीटर की परिधि में किसी शराब दुकान का संचालन नहीं किया जावेगा।

 लेकिन इस प्रावधान की भी यहाँ खुलकर धज्जियाँ आबकारी अधिकारियों के संरक्षण में शराब माफिया द्वारा उड़ाई जा रही है। शिवपुरी जिले से निकलने वाले दो राष्ट्रीय राजमार्ग कं0 46 एवं राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 25 पर राजमार्ग के ठीक किनारों पर शराब दुकाने संचालित कर सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देशो का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है।

राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित करैरा शासकीय महाविद्यालय के नजदीक इसी प्रकार ग्राम तेदुआ, डेहरवारा ,लुकवासा, कोलारस – सेसई सड़क आदि फोरलेन पर स्थित गांवों व कस्बों में राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही शराब की अवैध तरीके से दुकाने संचालित ,

अवैध शराब कारोबार हो  रहा है। शिवपुरी मुख्यालय से मात्र 45 किलोमीटर की दूरी से राजस्थान राज्य की सीमा प्रारंभ हो जाती है, राजस्थान से होकर अवैध मादक पदार्थों की तस्करी सम्पूर्ण शिवपुरी जिले में एवं जिले से  पूरे प्रदेश में हो रही है।

शहरी क्षेत्र में शराब ठेकेदारों द्वारा छपे हुये मूल्य से अधिक दरों पर खुलेआम शराब का विक्रय किया जा रहा है। सम्पूर्ण जिले में आबकारी विभाग का ठेकेदारों पर कोई नियत्रन्ण नहीं है।

 खुलेआम शिवपुरी बीच शहर में अहाता संचालित हो रहे है, आबकारी विभाग के संरक्षण में संचालित उक्त आहतो में शराबी एक साथ बैठकर मदिरा पान करते है। किन्तु डीईओ को और कलेक्टर एवं एसपी साहब को यहा संचालित अहाते दिखायी नहीं देते क्यों ? 

           दूसरी ओर जिला शिवपुरी में तमाम गद्दार नेता निवास करते हैं और यहां आते जाते है,हाईवे ( सड़क )लाइनों से लेकिन उन नेताओं की नजरे इस और क्यों नहीं दौड़ती  सरकार के द्वारा बनाए गए नियमों को तक पर रखकर, शराब माफिया अधिकारियों के संरक्षणमें किस प्रकार नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं । मध्य प्रदेश सरकार के पास यदि ईमानदार सीआईडी अफसर हैं तो शिवपुरी जिले  के प्रत्येक विकासखंड का सर्वे करवाया जाए शासन द्वारा संचालित शराब दुकानों के अलावा शराब ठेकेदारों द्वारा अधिकारियों के संरक्षण में कितने ग्रामों  में अवैध रूप से शराब की कितनी दकाने  संचालित हैं ।

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